पूर्व बीजेपी सांसद किरीट सोमैया पार्टी से नाराज हैं. सोमैया को 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन उन्होंने इस पद को अस्वीकार कर दिया और कहा कि वह पार्टी के कार्यकर्ता के तौर पर काम करेंगे. सोमैया अपने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के लिए फेमस हैं. उन्होंने अपने पिछले साढ़े पांच वर्ष कई एमवीए नेताओं से जुड़े कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने में बिता दिए.
मुंबई – महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी एक तरफ चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. वहीं विपक्षी पार्टी के कई नेताओं के भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने वाले भाजपा नेता किरीट सोमैया इस समय परेशान दिख रहे हैं. खबर के मुताबिक, वरिष्ठ भाजपा नेता किरीट सोमैया 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें सौंपी गई भूमिका और जिम्मेदारी से नाखुश हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे की अध्यक्षता वाली चुनाव समिति में सोमैया को चुनाव संपर्क प्रमुख बनाया गया था. हालांकि, उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए दानवे को एक पत्र लिखा है. सोमैया ने कहा कि वह एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए काम करना जारी रखेंगे और पद नहीं लेंगे. सोमैया ने यह भी कहा कि पार्टी ने उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया.
महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को बड़ा झटका लगा. बीजेपी 48 में से केवल 9 सीटें ही जीत पाई. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि सोमैया की नाराजगी भाजपा के लिए महंगी साबित हो सकती है.