शिमला – हिमाचल प्रदेश में लगातार मूसलाधार बारिश से बड़ी तबाही हुई है। बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 06 लोग लापता बताए जा रहे हैं। यह जानकारी प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने दी है। जयराम ठाकुर ने बताया कि कल से हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण बहुत जान-माल का नुकसान हुआ है। अब तक 19 लोगों की मृत्यु हुई है। 6 लोग लापता हैं। मृतकों के परिवार को सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा और उनकी पूरी मदद की जाएगी। इसके साथ ही हमीरपुर जिले में बाढ़ में फंसे 22 लोगों को निकालकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेशभर में भारी बारिश के कारण जान-माल का नुकसान होने की सूचनाएं मिलने से बहुत दुःखी हूं। हमने राज्य के सभी जिला प्रशासनों को राहत एवं बचाव कार्य के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा संबंधित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। प्रदेशवासियों से मैं पुनः विनम्र आग्रह करना चाहूंगा कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों, नदी-नालों के करीब न जाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें। ऐसी स्थिति में सरकार व प्रशासन का सहयोग करें। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर आई प्राकृतिक आपदा से हुई जनहानि का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिजनों के साथ है। शासन प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य पर जुटे हुए हैं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दे।
कांगड़ा जिले में चक्की पुल के ढह जाने के बाद जोगिंदर नगर एवं पठानकोट मार्ग के बीच ट्रेन सेवा निलंबित कर दी गई। चंबा जिले में बारिश के कारण भूस्खलन होने के बाद एक मकान के ढह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। चंबा जिला आपातकालीन अभियान केंद्र ने बताया कि चौवारी तहसील के बनेत गांव में शनिवार तड़के करीब साढ़े चार बजे भूस्खलन हुआ, जिसके बाद मकान ढह गया और तीन लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मंडी जिले में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से एक लड़की की मौत हो गई, जबकि 13 अन्य लोगों के भी मारे जाने की आशंका है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मंडी में शुक्रवार रात मंडी-कटोला-पराशर मार्ग पर बाघी नाले में एक लड़की का शव उसके घर से करीब आधा किलोमीटर दूर बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि बाढ़ में लड़की के परिवार के पांच सदस्यों के भी बह जाने की सूचना है। विभाग के अनुसार, बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी से पुराने कटोला क्षेत्र के बीच स्थित अपने घरों को छोड़ दिया और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली।