गरियाबंद जिले के दूरस्थ अंचल में बसे बहुचर्चित किडनी पीड़ित ग्राम सुपेबेड़ा में दो नए डायलिसिस केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने यहां एक आरओ फिल्टर प्लांट भी लगाया जाएगा।
गरियाबंद – जिले के दूरस्थ अंचल में बसे बहुचर्चित किडनी पीड़ित ग्राम सुपेबेड़ा में दो नए डायलिसिस केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने यहां एक आरओ फिल्टर प्लांट भी लगाया जाएगा। बुधवार को देवभोग पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इसकी घोषणा की। प्रदेश में भाजपा की सरकार बदलने के बाद पहली बार पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस अवसर सुपेबेड के मरीजों के लिए एक सर्व सुविधायुक्त एंबुलेंस का उद्घाटन भी किया।
इसके साथ उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर यहां किडनी पीड़ित मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा भी लिया। इस अवसर पर उनके साथ डबल्यूएचओ, एम्स रायपुर और स्वास्थ्य विभाग के एक्सपर्ट टीम, राजिम विधायक रोहित साहू, कलेक्टर दीपक अग्रवाल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गार्गी यदु सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।
मंत्री जायसवाल ने सुपेबेड़ा में ग्रामीणों से चर्चा करते हुए गरियाबंद और देवभोग में लैब स्थापना की जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि सुपेबेड़ा में मरीजों को निशुल्क दवाई दी जाएगी। आगामी 6 माह में दो डायलिसिस सेंटर शुरू किए जाएंगे। बताया कि ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल हेतु जल जीवन मिशन से पानी उपलब्ध कराने के निर्देश प्रशासन को दिए है। उन्होंने बताया कि आज गरियाबंद में मरीजों के लिए तीन एंबुलेंस का शुभारंभ किया है। इसके अलावा सुपेबेड़ा के सर्व सुविधा युक्त एक एंबुलेंस का भी शुभारंभ किया। इसके अलावा आज ही पांच डॉक्टरों का यहां पोस्टिंग की है।
मंत्री ने बताया कि किडनी बीमारी के अनुसंधान के लिए गरियाबंद और सुपेबेड़ा में दो विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होंगे। मरीजों के लिए भोजन सलाह प्रदान हेतु एक अलग से चिकित्सक नियुक्त किया है। रिसर्च यूनिट के लिए अनुसंधान टीम के गठन की जानकारी दी। ग्रामीणों के जेनेटिक जांच के आधार बीमारी की जांच की जाएगी। गरियाबंद में छत्तीसगढ़ किडनी फाउंडेशन की स्थापना की घोषणा की। साथ किडनी दान के लिए भी सुविधा विकसित की जाएगी।