कोरबा से मौसम की अनोखी तस्वीरें सामने आई हैं. एक तरफ ये तस्वीरें लोगों के लिए मनमोहक हैं, तो दूसरी तरफ किसानों के लिए परेशानी भरी हैं. कोरबा का सरहदी पसान कोरबी इलाका कश्मीर बन गया है. यहां रास्तों पर बर्फ यानी ओलों की चादर बिछ गई है. यहां 18 मार्च की देर शाम मौसम में अचानक बदलाव हुआ.
बर्फ की चादर से ढकी सड़कें,आंधी-बारिश के साथ जमकर गिरे ओले
रायपुर – प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. आज गौरेला, पेंड्रा, मरवाही, खैरागढ़ समेत कई जिलों में आंधी-बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे हैं. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेंहू, सब्जी और आम की पैदावार प्रभावित होने की संभावना है. ओले से पक्षियों की भी मौत हुई है. बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन बेमौसम बरसात से किसानों की दिक्कतें बढ़ गई है.तेज बारिश के साथ आंधी चली और आधे घंटे तक ओले गिरे. मौसम विभाग ने यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यहां आने वाले दिनों में मौसम इसी तरह का रहेगा. कोरबा के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक बारिश और अंधड़ के साथ ओले गिरने की चेतावनी जारी की है. इस चेतावनी के बीच कोरबा जिले के सरहदी इलाके पसान में सोमवार देर शाम अचानक बदलाव आया.
यहां अचानक घने बादल छा गए और तेज बारिश शुरू हो गई. लगभग आधे घंटे तक अलग-अलग क्षेत्रों बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे. ओले गिरने से सड़क, आंगन खेत सब जगह बर्फ दिखाई देने लगी. लोगों ने इस मौसम का जमकर आनंद उठाया. उन्होंने कई जगह सेल्फी भी ली. कोरबी-चोटिया क्षेत्र में इस बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया.यहां गेहूं, आम, चार और मौसमी हरी सब्जियां नष्ट हो गई हैं. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रायपुर, सरगुजा, जशपुर, पेंड्रा रोड, बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, बलौदाबाजार, महासमुंद, बेमेतरा, कबीरधाम और राजनांदगांव जिले में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं. दो दिन इन जगहों बारिश होगी.
19 मार्च को सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, पेंड्रारोड, बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम राजनांदगांव, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर में भारी बारिश और ओले गिर सकते हैं.
20 मार्च को जशपुर, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर में बारिश हो सकती है. प्रदेश की कई जगहों पर दिन के तापमान में गिरावट आई है. दुर्ग के तापमान में 9 डिग्री तक की कमी आ गई है. यहां मौसम में बदलाव होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. इसके साथ-साथ सब्जी उत्पादक किसानों की मुश्किल बढ़ गई है. बेमौसम बारिश से कई सब्जियां तबाह हो गई हैं.