रायपुर – छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने रायपुर से अयोध्या हवाई सेवा शुरू करने के लिए केन्द्रीय नागरिक एवं उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान उन्हें इस संबंध में पत्र भी सौंपा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि है। इस वजह से छत्तीसगढ़वासी भगवान श्रीराम को अपना भांजा मानते हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की भव्य और दिव्य प्राण प्रतिष्ठा से प्रधानमंत्री के प्रति प्रदेश में समर्थन और विश्वास में कई गुना वृद्धि हुई है। अब श्रीरामलला के दर्शन की योजना भी प्रारंभ हो चुकी है। रायपुर से अयोध्या के लिए सीधी उड़ान नहीं होने से श्रद्धालुओं को हवाई जहाज से यात्रा करने में काफी परेशानी हो रही है। इस वजह से प्रदेश की जनता को रामनगरी अयोध्या से जोड़ने के लिए रायपुर से अयोध्या तक सीधी उड़ान सेवा शुरू की जाए। रायपुर से अयोध्या को सीधे हवाई सेवा से जोड़ने से यात्रियों और श्रद्धालुओं के समय एवं धन की बचत के साथ साथ भगवान राम के मंदिर दर्शन करने में भी सुविधा होगी।
भूपेश बघेल का बयान हास्यास्पद और कोरी अफवाह : किरणदेव
इससे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरणदेव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बघेल का बयान हास्यास्पद है, पहले भी वे झीरम नक्सल घाटी का सबूत जेब में रखने की बात करते थे, लेकिन खुद मुख्यमंत्री रहते हुए पांच साल तक जेब से उस सबूत को नहीं निकाल पाए, बस मीडिया में सुर्खियां पाने के लिए कुछ भी बयान देते रहते हैं।
‘कौन है वो कांग्रेस विधायक हैं?, भूपेश बघेल जवाब दें’
उन्होंने कहा कि अब भाजपा उनसे जानना चाहती है कि आखिर कौन कांग्रेस विधायक हैं? जिन्हें भाजपा प्रवेश को लेकर ऑफर मिला है और किसने उनसे संपर्क किया, उसका पार्टी में स्तर क्या है? भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि बघेल इस सवाल का जवाब कभी नहीं देंगे, क्योंकि वे जानते हैं कि उनकी बातें कोरी अफवाह से ज्यादा कुछ नहीं है। यह तो कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि वे अपने नेताओं को संभाल नहीं पा रहे है,इसलिए एक-एक कर कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस के प्रति कांग्रेस नेताओं की कितनी आस्था है? यह पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस पहले से टूटी हुई है और उसे तोड़ने की किसी को कोई जरूरत नहीं है। इसलिए भूपेश ऐसा कोई बयान न दे कि उन्हें ही अपनी पार्टी में आस्था को लेकर सवालों का सामना करना पड़े।