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तेजस्वी के पहुंचने से पहले टूटा मंच, फिर बस की छत से ही संभाला मोर्चा, कहा- नीतीश चाचा बुजुर्ग, BJP से लड़ाई

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सीतामढ़ी – बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि कुछ लोग राजद को एमवाई की पार्टी कहते हैं, पर यह सिर्फ एमवाई की नहीं, बल्कि ‘BAAP’ की भी पार्टी है। फिर तेजस्वी ने ‘बाप’ की परिभाषा भी बताई। उन्होंने कहा कि, बी से बहुजन, ए से अगड़ा, दूसरा ए से आधी आबादी यानी महिला और पी से पुअर यानी गरीब। राजद ए टू जेड की पार्टी है। ‘जन विश्वास यात्रा’ के तहत मंगलवार को बिहार के सीतामढ़ी जिला मुख्यालय डुमरा स्थित हवाई अड्डा मैदान में सभा को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही।

तेजस्वी के पहुंचे से पहले की टूट गया मंच

तेजस्वी यादव के मंच तक पहुंचने से पहले ही मंच टूट गया। कुछ देर के लिए मौके पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की कोशिश शुरू हुई, तब तक वे कार्यक्रम स्थल पर रथ से पहुंच गए। लेकिन मंच की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। ऐसे में तेजस्वी यादव को रथ से ही भाषण देना पड़ा। उन्होंने कहा कि वे जनता के हक की लड़ाई के लिए यहां आए है। यहां के लोगों के आशीर्वाद से ही 2015 और 2020 में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। उन्होंने कहा कि वे दो सीएम के पुत्र हैं और खुद दो बार डिप्टी सीएम रह चुके हैं। उन्हें कुछ नहीं चाहिए। वे जनता और बिहार की तरक्की चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 17 माह में पांच लाख को नौकरी दी है, जब डिप्टी सीएम थे। ताकत मिलने पर कितने को नौकरी देंगे, सोचिए।

तेजस्वी ने गिनाईं अपने कार्यकाल की उपलब्धियां

तेजस्वी यादव ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों की भी चर्चा की और कहा कि जाति आधारित गणना कराई, आरक्षण 75 फीसदी तक किया, सेविका, आशा, विकास मित्र और टोला सेवक का मानदेय बढ़ाया। 4.50 लाख शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिलाया। पुनौरा जानकी मंदिर के विकास को 72 करोड़ रुपये दिया था। जिले में 46 स्वास्थ्य उपकेंद्र बना है। रसलपुर में आरसीसी पुल के लिए 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति दिलाई थी। तेजस्वी यादव ने लोगों से पटना में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता भी दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब लालू प्रसाद यादव सीबीआई और ईडी से नहीं डरे तो हम उनके बेटे हैं, हम भी डरने वाले नहीं हैं।

राजद की लड़ाई सिर्फ भाजपा से – तेजस्वी

पूरे भाषण के दौरान तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार या उनकी पार्टी पर कोई कड़वी टिप्पणी नहीं की और स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई भाजपा से है। नीतीश चाचा बुजुर्ग हो गए है। उनसे क्या लड़ा जाए, छोड़िए उनको। अब नीतीश जी से बिहार चलने वाला नहीं है। उनका (सीएम) कोई विजन नहीं है और न ही गठबंधन से अलग होने का कोई रीजन। वो (सीएम) थके हुए है। पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने रीगा चीनी मिल क्षेत्र के गन्ना किसानों के लिए 51 करोड़ रुपये मंजूर करने की बात कही।

कार्यक्रम में इनकी भी रही भागीदारी

राजद जिलाध्यक्ष सुनील कुशवाहा की अध्यक्षता में सभा हुई। मौके पर विप के उप सभापति डॉ रामचंद्र पूर्वे, पूर्व सांसद डॉ अर्जुन राय, विधायक मुकेश यादव, पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना, मंगिता देवी, सैयद अब्बू दोजाना, पूर्व विप प्रत्याशी कब्बू खिरहर, जिप अध्यक्ष अदिति कुमारी, सहकारिता बैंक की अध्यक्ष मधु प्रिया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कमलेश सिंह, पूर्व जिप अध्यक्ष इंद्राणी देवी, राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष शफीक खां, सीपीआई नेता जयप्रकाश यादव, हरिओम शरण नारायण समेत बड़ी संख्या में नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।