Home देश झारखंड में सियासी बवाल के बीच हैदराबाद के लिए रवाना हुए महागठबंधन...

झारखंड में सियासी बवाल के बीच हैदराबाद के लिए रवाना हुए महागठबंधन के विधायक

54
0

झारखंड – सियासी उठल पुथल के बीच महागठबंधन के विधायक हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर दो चार्टर्ड फ्लाइट खड़ी है. इसी विशेष विमान से जेएमएम और कांग्रेस के विधायक हैदराबाद जाएंगे. बताया जा रहा है कि चम्पई सोरेन और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम रांची में ही रहेंगे. ये दोनों हैदराबाद नहीं जाएंगे.

विधायकों से भरी बस रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंच गई है. कुछ देर पहले विधायकों से भरी बस सर्किट हाउस से निकलकर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई थी. बताया जा रहा है कि एक 12 सीटर और एक 33 + सीटर बस है. इन्हीं दो बसों में महागठबंधन के सभी विधायक सवार हैं. बताया जा रहा है कि हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी बसें लगी हुई हैं. विधायकों के एयरपोर्ट पहुंचते ही उन्हें किसी होटल में शिफ्ट किया जाएगा.

कुल 43 विधायक जा रहे हैं हैदराबाद- राजेश ठाकुर

सर्किट हाउस से एयरपोर्ट निकलते समय झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि हम एयरपोर्ट जा रहे हैं. आप जानते हैं कि वे किस तरह के लोग हैं, वे कभी भी कुछ भी कर सकते हैं. कुल 43 विधायक जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सभी विधायक हैदराबाद के बेगमपेट जाएंगे.

क्या सियासी आंकड़ा?

बता दें कि झारखंड विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 81 है. इसमें बहुमत का आंकड़ा 41 है. मतलब जिस भी पार्टी को 41 विधायकों का समर्थन हासिल होगा उसकी सरकार होगी. चंपई बुधवार को 43 विधायकों के साथ राजभवन गए थे, जबकि उनके पास 47 विधायकों का समर्थन है. इन 47 विधायकों में जेएमएम के 29, कांग्रेस के 17, आरजेडी के 1 और सीपीआई (एमएल) का 1 विधायक शामिल है.

वहीं, दूसरी तरफ एनडीए है. फिलहाल इसे 32 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इनमें बीजेपी के 26, एजेएसयू के 3, एनसीपी (एपी) के 1 और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं. ऐसे में अगर बिहार की तरह ही अगर झारखंड में खेला होता है तो एनडीए को सरकार बनाने के लिए 9 विधायकों का समर्थन चाहिए.

शनिवार रात से शुरू हुई पूरी कहानी

शनिवार से शुरू हुई पूरी कहानी. शनिवार रात हेमंत सोरेन अचानक दिल्ली के लिए रवाना हुए. रविवार सुबह वो दिल्ली पहुंचे. दिल्ली पहुंचकर वह कहां रुके थे, इसकी जानकारी किसी को नहीं मिली. ईडी की टीम लगातार उन्हें खोजती रही लेकिन उनके लोकेशन का पता किसी को नहीं चला. इस बीच ईडी की टीम सोरेन के दिल्ली आवास पर छापेमारी की. इस दौरान उनकी बीएमडब्ल्यू कार और 36 लाख कैश बराम किए. हालांकि, सोरेन के लापता होने के खबरों के बीच सीएम ऑफिस से ये कहा गया कि वो लापता नहीं हुए हैं 31 जनवरी को वो ईडी के सामने पेश होंगे. फिर अचानक से सोरेन के सड़के रास्ते से रांची पहुंचने की खबर सामने आई.

बुधवार को सोरोन ईडी के सामने पेश हुए. ईडी ने सोरेन से करीब 8 घंटे की पूछताछ की. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल के पास पहुंचकर इस्तीफा दिया. इस्तीफे के बाद ईडी ने सोरोन को गिरप्तार कर लिया. सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई ने सरकार बनाने का दावा पेश किया क्योंकि उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था.