अंबिकापुर – सत्ता बदलते ही अंबिकापुर पुलिस के कड़े रुख को देखते हुए पिछले आठ माह से फरार 46 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी के आरोपी व्यवसायी पिता- पुत्र ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. आरोपियों को पुलिस दो दिन की रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस ने पहले ही इस मामले में दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश के बनारस से गिरफ्तार किया था.
ये है पूरा मामला
दरअसल, ये मामला करीब आठ महीने पहले का है. अम्बिकापुर के मायापुर निवासी केके अग्रवाल और बेटा राहुल अग्रवाल कोल डिपो और मारुति मिनरल्स के नाम पर ओडिशा के राउरकेला की फैक्ट्री में कोयला सप्लाई का काम करते थे. इस बीच ओडिशा के एक बड़े कोयला और सरिया व्यापारी गणेश रोलिंग मिल प्राइवेट लिमिटेड ओडिशा के डायरेक्टर पंकज अग्रवाल से आरोपियों की जान पहचान हुई. पंकज अग्रवाल छड़ निर्माण कर उत्तर प्रदेश, बिहार झारखंड, छत्तीसगढ़ में ब्रोकरों के माध्यम से बिक्री करते हैं.
ऐसे की धोखाधड़ी
आरोपियों ने पंकज अग्रवाल को 3 साल पहले अपने झांसा में लेकर मध्य प्रदेश के सिंगरौली में ऑक्शन से कोयला खरीदी-बिक्री का काम करने में पार्टनरशिप का झांसा देते हुए लगभग 46 करोड़ रुपए की पूंजी इन्वेस्ट करने के नाम पर धोखाधड़ी की. इसके बाद आरोपियों ने पंकज अग्रवाल से कभी संपर्क नहीं किया. पंकज अग्रवाल ने इस मामले की शिकायत 8 महीने पहले अंबिकापुर सिटी कोतवाली में की थी. पुलिस ने मामला भी दर्ज किया थी. उन्होंने इस मामले में अंबिकापुर के कैबिनेट मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर भी मदद की गुहार लगाई थी. लेकिन आरोपियों के हाई प्रोफाइल राजनीतिक संपर्क होने के कारण उन पर हाथ डालने से बचती रही. लेकिन, इस बीच पुलिस अन्य आरोपियों को पकड़ने में सफल रही. अब सरकार बदलने के बाद दोनों बाप-बेटे ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.