लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने मणिपुर से लेकर महंगाई और अडानी मुद्दे पर सरकार को घेरा। मणिपुर पर पीएम मोदी का मौनव्रत तोड़ने की बात कही।
गुवाहाटी – लोकसभा में विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मणिपुर हिंसा मामले में कई सवाल दागे, फिर आजाद मंडी के उस किसान के आंसुओं का भी जिक्र किया। अपनी 40 मिनट की स्पीच में लोकसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई ने सरकार को आड़े हाथों लिया।
कौन हैं गौरव गोगोई?
40 साल के गौरव गोगोई असम की कलिएबोर सीट से दो बार के सांसद हैं। उनके दिवंगत पिता तरुण गोगोई असम के लंबे समय तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। तरुण गोगोई ने साल 2001 से 2016 तक सीएम के रूप में कार्य किया। गौरव गोगोई ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने टेलीकॉम कंपनी में कुछ वक्त के लिए काम किया। इसके बाद वह दिल्ली में एक एनजीओ से जुड़ गए।
अमेरिका से लौटकर राजनीति में किया प्रवेश
4 सितंबर 1982 को दिल्ली में जन्मे गौरव गोगोई को राजनीति विरासत में मिली। उन्होंने सेंट कोलंबिया स्कूल से पढ़ाई करने के बाद दिल्ली के इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली से 2004 में इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक किया। कुछ वक्त तक टेलीकॉम कंपनी में काम करने के बाद अमेरिका से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की। उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर किया। अमेरिका से लौटने के बाद वह पिता की तरह राजनीति में आ गए।
साल 2014 में गौरव गोगोई ने कांग्रेस की टिकट से पहला लोकसभा चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने अपना पहला चुनाव में कुल 4,43,315 वोटों के साथ जीता और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के मृणाल कुमार सैकिया को 93,000 से अधिक वोटों से हराया था।
लोकसभा में सरकार को जमकर घेरा
गौरव गोगोई 40 साल के हैं और पूर्वोत्तर से आते हैं। उन्होंने लोकसभा में पहला मुद्दा मणिपुर का उठाया। उन्होंने कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाए ताकि पीएम मोदी का मौनव्रत तोड़ा जा सके। गोगोई ने सवाल किया, ‘प्रधानमंत्री मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्हें मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लगे? जब बोले तो सिर्फ 30 सेकेंड के लिए बोले।’ उन्होंने आरोप लगाया कि आज तक प्रधानमंत्री की तरफ से संवेदना का कोई शब्द नहीं है, न शांति की गुहार लगाई।
कांग्रेस नेता ने सवाल किया, ‘प्रधानमंत्री ने आज तक मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया? गुजरात, उत्तराखंड, त्रिपुरा में चुनाव आने से पहले मुख्यमंत्री बदल दिया। मणिपुर के मुख्यमंत्री को ऐसा क्या आशीर्वाद दे रहे हैं?’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी को कबूल करना होगा कि मणिपुर में ‘डबल इंजन’ की सरकार विफल हो चुकी है।
आजादपुर मंडी के किसान का भी जिक्र किया
गौरव गोगोई ने दिल्ली की आजादपुर मंडी में एक सब्जी विक्रेता का मामला भी उठाया। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘आप इकॉनमी की बात करते हैं। फास्टेस्ट ग्रोइंग इकॉनमी की बात करते हैं, जाइए ये भाषण आजादपुर की मंडी के उस आदमी के सामने रखिए, जिसके आंसू पूरे देश ने देखे हैं। जो कहता है रो-रोकर कि उसके पास पैसे नहीं हैं।’
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि ‘अप्रैल 2023 में श्री सीमेंट सांघी सीमेंट खरीदना चाहता था। जून 2023 में श्री सीमेंट पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा। जुलाई 2023 में श्री सीमेंट ने खुद को डील से अलग किया। अगस्त में अदाणी के अंबुजा सीमेंट ने सांघी सीमेंट को खरीद लिया।’