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16 घंटे बहस, तीखी नोक-झोक के बाद गिरा अविश्वास प्रस्ताव, विधानसभा में आधी रात को भूपेश सरकार की बड़ी जीत

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अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि उनके पास कोई मुद्दे नहीं थे। बहुत लचर निराशाजनक उनका अविश्वास प्रस्ताव रहा। हमारे पक्ष के लोगों ने बहुत दमदार तरीके से बात रखी। जब वो सत्ता में रहते हैं तो विपक्ष को कुचलने की कोशिश की जाती है। जानिए सीएम भूपेश बघेल ने और क्या कहा?

रायपुर – भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ छत्तीसगढ़ विधानसभा में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। करीब 16 घंटे चली चर्चा के बाद ध्वनि मत से अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकार किया गया। कुल 6 बैठकों के साथ विधानसभा में 36 घंटे 50 मिनट तक कार्यवाही चली। इस प्रस्ताव के समर्थन और विरोध में बोलने वालों की संख्या 36 बताई गई। हालांकि, देर होने की वजह से इस लिस्ट को छोटा कर दिया गया। मानसून सत्र के आखिरी दिन बुधवार रात 1.28 बजे तक सदन की कार्यवाही चली। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक भी देखने को मिली।

रात डेढ़ बजे तक चली विधानसभा
विधानसभा में दोपहर 12.30 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई और आधी रात के करीब 1.28 बजे पर चर्चा खत्म हुई। इस दौरान पक्ष-विपक्ष में जमकर बहस हुई। वहीं चर्चा के बाद ध्वनिमत से अविश्वास प्रस्ताव सदन में अस्वीकृत हो गया। इसके साथ ही संविधान सभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष के तमाम आरोपों का सिलसिलेवार ढंग से जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने साल 2019-20 से 2021-22 तक विज्ञापन के 218 करोड़ का भुगतान किया। इसमें से 100 करोड़ रुपये पूर्व सरकार के विज्ञापन की देनदारी थी।

विपक्ष पर सीएम बघेल का पलटवार
मुख्यमंत्री ने बताया कि गोधन न्याय योजना में विज्ञापन पर कुल कितना खर्च किया गया। वास्तविकता यह है कि साल 2020-21 में 7.44 करोड़ और साल 2021-22 में 2.66 करोड़ यानी दोनों वर्षों के व्यय को मिलाकर केवल कुल 10 करोड़ 10 लाख रुपए खर्च किए गए। हमारी सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का स्लोगन लेकर चल रही है। हमने किसानों, राज्य के लोगों का भला करने के लिए कर्ज लिया। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सुपोषण को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं। दो वर्ष कोरोना के बावजूद शिक्षा, रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए। हर घर को नल से जल देने की योजना है, हम पहले जल की व्यवस्था कर रहे हैं नरवा प्रोजेक्ट के जरिए जल संरक्षण कर रहे हैं ताकि सतही जल का उपयोग हो सके। हमने हाट बाजार क्लिनिक योजना शुरू की और शहर में स्लम स्वास्थ्य योजना बनाई।

मुख्यमंत्री ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि विकास, विश्वास और सुरक्षा का मंत्र ,राजनांदगांव से राझरा, अंतगढ़, नारायणपुर तक सड़कें बन रही हैं। नक्सली अब पलायन कर रहे हैं। नक्सली 14 जिले में थे, नक्सल समस्या हमको विरासत में मिली थी। वहीं किसानों को लेकर सीएम ने कहा कि हम उनका पूरा धान खरीदेंगे चाहे केंद्र से राशि मिले या न मिले। चावल खरीदें या नहीं खरीदें हम किसानों से धान समर्थन मूल्य में खरीदेंगे। हमने जो वादा किया वह निभाया है।

किसानों को लेकर उठाए गए कदम की दी जानकारी
भूपेश बघेल ने कहा कि बड़े-बड़े किसान खेती छोड़ चुके थे वह खेती की ओर फिर से मुड़ गए हैं। हमारी कोशिश है कि यहां के किसानों और मजदूरों के जीवन में बदलाव आए। जब से हमने खेती को लाभकारी बनाया है.. रिवर्स माइग्रेशन होने लगा है और आज हमारे गांव बौद्धिक सम्पदा से भरपूर हो रहे हैं। आम जनता अपने मुख्यमंत्री से सीधे बात कर सकती है। हमने छत्तीसगढ़िया का आत्मबल बढ़ाया। राज्य कि 58 में से 52 कोयला खदाने SECL के पास है। अनियमितता का पता चलते ही हमने कार्रवाई की। काम करते समय त्रुटि हो सकती है, लेकिन हमारी नीयत में कोई खोट नहीं है।

विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बोले सीएम- उनके पास कोई मुद्दे नहीं थे
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि उनके पास कोई मुद्दे नहीं थे। बहुत लचर निराशाजनक उनका अविश्वास प्रस्ताव रहा। हमारे पक्ष के लोगों ने बहुत दमदार तरीके से बात रखी। जब वो सत्ता में रहते हैं तो विपक्ष को कुचलने की कोशिश की जाती है। जिस तरह से बीजेपी केंद्र में अभी कर रही है जब यहां पर सत्ता में थी, इसी तरीके से यहां भी कर रही थी। जब ईडी का मामला आता है हमें सेंट्रल एजेंसी डर थोड़ी ना है। हमें कोई तकलीफ थोड़ी ना है, भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए। ईडी के जरिए सोनिया-राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। सारे तथ्य पेपर में हैं। 5 दिन आप राहुल जी से क्या पूछे, दो-तीन दिन से सोनिया मैडम से आप पूछ रहे हैं। सारे तत्व पेपर में है तो फिर आप पूछना क्या चाह रहे हैं? केवल यह है कि विपक्ष को दबाने की कोशिश.. नेताओं को बदनाम करने की कोशिश।

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने क्या कहा
अविश्वास प्रस्ताव गिरने पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह पहले से हमें मालूम था कि संख्या बल हमारे पास नहीं है। लेकिन साढ़े तीन साल की इस सरकार की जो कारगुजारी है यह जरूरी है उस पर चर्चा करना। जिस प्रकार से जनता के सामने उनका विश्वास खत्म हुआ है। हम लोगों की ओर से जो आरोप लगाए गए उनका जवाब नहीं आया। हम तो समझ रहे थे जो भी हमने कहा उसका जवाब आएगा और मुख्यमंत्री उसका जवाब देंगे। हमने करप्शन के आंकड़े की बातों को भी सामने रखा, लेकिन सही जवाब सरकार की तरफ से नहीं आया।nbt