रायपुर – अवैध शराब बिक्री से त्रस्त ग्राम असौंदा के ग्रामीणों का आक्रोश इसके खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति बनाने के लिये आयोजित बैठक में फूट पड़ा । इस आक्रोश को आसपास के ग्रामों के मौजूद उन ग्राम प्रमुखों का भी समर्थन मिला जिनके ग्राम के ग्रामीण यहां के सड़क मार्ग से गुजरते हैं और उन्हें इसकी वजह से अशोभनीय हरकतों का सामना करना पड़ता है । बैठक में असौंदा से लगे ग्राम मुड़पार व बिठिया में भी अवैध शराब बिक्री की बात सामने आयी । बैठक के तुरंत बाद असौंदा के महिलाओं व पुरुषों ने ग्राम प्रमुखों के साथ गांव के गली – कूचों में घूम इस अवैधानिक कृत्य में लिप्त तत्वों को इस अवैधानिक कृत्य से तौबा कर लेने की चेतावनी देते हुये ग्रामीण फरमान की अवहेलना करने पर ग्रामीण व्यवस्था के साथ – साथ प्रशासनिक कार्यवाही का भी सामना करने तैय्यार रहने के लिये आगाह किया । प्रतिदिन रैली निकाल चौकसी का भी निर्णय असौंदा के ग्रामीणों ने लिया है ।
ज्ञातव्य हो कि मंदिर हसौद से कोसरंगी व रायपुर से खरोरा सड़क मार्ग को जोड़ने वाली अमेरी से माठ सड़क पर पड़ने वाले ग्राम असौंदा में मुख्य सड़क मार्ग सहित ग्राम के भीतर जगह – जगह बिक रहे अवैध शराब की वजह से व्याप्त हो रहे अशांति से ग्रामीणों में गुस्सा व्याप्त तो था ही , इस मार्ग से गुजरने वाले आसपास के ग्रामीणों की परेशानियों को देख इन ग्रामों के ग्राम प्रमुखों ने भी असौंदा के पंचायत प्रतिनिधियों सहित ग्राम प्रमुखों पर भी अवैध शराब बिक्री रूकवाने लगातार दबाव बना रहे थे । इसी के परिप्रेक्ष्य में सरपंच राजेश साहू ने ग्रामीणों से मशविरा कर बीते रविवार को ग्रामवासियों सहित आसपास के ग्राम प्रमुखों की बैठक आहूत की थी । बैठक
में असौंदा से वर्तमान सरपंच सहित पूर्व सरपंचद्वय जितेन्द्र चंद्राकर व राजू टंडन , जल उपभोक्ता संस्था के अध्यक्ष रहे मुरली वर्मा , उपसरपंच श्रीमती कुमारी बाई वर्मा , पंच देवनाथ वर्मा , पूर्णिमा साहू , पुष्पा वर्मा , ग्राम प्रमुख सुरेन्द्र चंद्राकर , रामकुमार साहू , कुमार यादव , मुरारी वर्मा , जितेन्द्र चेला , इतवारी चेलक , बद्री वर्मा , शिवकुमार वर्मा , लुकेश्वर पाल , महेश्वर साहू , बहादुर साहू , महेत्तर ध्रुव , नारायण वर्मा , चिंताराम सहित महिला स्व-सहायता समूह के महिलाओं सहित महिला प्रमुख गण व आमंत्रित किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा , क्षेत्रीय जनपद सदस्य सुरेन्द्र वर्मा , तुलसी के सरपंच प्रतिनिधि देवकुमार वर्मा , कठिया के सरपंच रुपेन्द्र वर्मा , सकरी के सरपंच प्रतिनिधि विक्की वर्मा , बिठिया के सरपंच बलराम साहू , बुड़ेनी के सरपंच जनकराम यदु , मुड़पार के सरपंच दिलीप पोर्ते , तिल्दाडीह के सरपंच श्रीमती रंजन बाई पारधी आदि मौजूद थे । सरपंच श्री साहू ने बैठक आयोजित करने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला । आमंत्रित जनप्रतिनिधियों ने निकटतम ग्राम तुलसी , सोनभट्ठा , अमेरी , संकरी , कठिया , टेकारी , बुड़ेनी आदि में अवैध शराब बिक्री पर अंकुश लगे रहने की जानकारी दी ।
बिठिया व मुड़पार के सरपंच ने शासन – प्रशासन के ध्यानाकर्षण के बाद भी अपने ग्राम में अवैध शराब बिक्री न थमने की जानकारी देते हुये शराब विरोधी मुहिम में शामिल होने सहमति दर्शायी व असौंदा के अभियान को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की । क्षेत्रीय जनपद सदस्य सुरेन्द्र वर्मा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के 6 में से 3 ग्राम असौंदा , मुड़पार व बिठिया में शराब बिकने की पुष्टि करते हुये शराब विरोधी मुहिम में सक्रिय सहयोग का आश्वासन दिया । असौंदा के महिलाओं ने शराब की वजह से सर्वाधिक पीडित होने की जानकारी देते हुये अवैध शराब बिक्री रुकवाने व ग्राम प्रमुखों से सक्रियता दिखलाने व उसे अंजाम तक पहुंचाने अग्रणी भूमिका निबाहने का वचन दिया । शराब विरोधी मुहिम में जुटे किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने बैठक में उपस्थित महिलाओं व पुरुषों की संख्या को देखते हुये कहा कि वे यदि प्रतिबद्धता दिखलायेंगे तो असौंदावासियों को शराब बिक्री रुकवाने शासन – प्रशासन तक जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी ।
वर्तमान व पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों सहित ग्राम प्रमुखों के इस बैठक में मौजूदगी को ग्रामहित में एक सुखद कदम ठहराते हुये उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे एकजुट रह ग्राम को हरहमेशा के लिये अवैध शराब बिक्री से मुक्ति दिला कर राहत की सांस लेंगे । पूर्व सरपंच श्री चंद्राकर ने आश्वस्त किया कि ग्रामीण एकजुटता दिखा अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाने में सफल होंगे व शासन – प्रशासन तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी । ऐसी स्थिति आने पर मौजूद जनप्रतिनिधियों से सहयोग का आग्रह किया गया जिस पर सभी ने सहयोग का आश्वासन दिया । बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सबसे पहले इस अवैधानिक गतिविधि में लिप्त ग्राम के भूले भटके युवाओं को समझाईश दे उनसे अवैध शराब बिक्री न करने का आग्रह किया जावे और समझाईश के बाद भी अवहेलना करने वालों के खिलाफ ग्रामीण व्यवस्था के साथ साथ प्रशासनिक कार्यवाही करने जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा जावे ।