महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफे की पेशकश करने वाले अजित पवार ने शिंदे सरकार को समर्थन देकर डिप्टी सीएम के पद की शपथ ले ली है.
अजीत पवार महाराष्ट्र के बने डिप्टी सीएम, चाचा से कर दी बगावत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत ने राजभवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
मुंबई – महाराष्ट्र की सियासत में आज रविवार को बड़ा उलटफेर हो गया है। क्योंकि एनसीपी के कद्दावर नेता और विपक्ष दल के नेता रहे अजित पवार शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए हैं। उनके साथ 18 विधायक भी सरकार में शामिल हुए हैं। अजित पवार को राज्यपाल ने राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई। बताया जा रहा है कि उन्हें राज्य का डिप्टी CM बनाया गया है। बता दें कि राज्यभवन में पहले से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस मौजूद हैं।
शरद पवार ने आज अपने सारे कार्यक्रम किए रद्द
दरअसल, राज्यभवन रवाना होने से पहले अजित पवान ने अपने आवास पर समर्थक विधायकों के साथ बैठक की। बताया जाता है कि इस बैठक में एनसीपी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुले और प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे। खबर है कि सुप्रिया सुले बीच में ही बैठक छोड़कर चली गईं। वहीं शरद पवार ने इसके बाद अपने सभी निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। इस समय वह पुणे में मौजूद हैं। शरद पवार को यह पूरी खबर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने फोन पर बातचीत के दौरान दी है।
एनसीपी और चाचा शरद पवान से इसलिए नाराज हैं अजित पवार
अजित पवार अपनी पार्टी और चाचा शरद पवार से असंतुष्ट हैं। क्योंकि उनकी अनदेखी करते हुए शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले को पिछले दिनों पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष जो बना दिया है। जबकि खबरें थीं कि अजित पवार एनसीपी के चीफ हो सकते हैं। पहली बार 2 मई को जब शरद पवार ने NCP अध्यक्ष पद छोड़ा था तो संभावना थी कि अजित पवार को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और चाचा का फैसला भीतेजे के हित में ना होकर बेटी के हित में हुआ। हालांकि अजित पवार का बगावत करना यह कोई पहली बार नहीं है। ऐसे पहले भी वह ऐसा कर चुके हैं।
अजित पवार को वित्त मंत्रालय सौंपा जा सकता है…
महाराष्ट्र की राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है कि अजीत पवार भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। खबर तो यहां तक है कि उन्हें देवेंद्र फडणवीस के साथ डिप्टी CM का पद भी दिया जा सकता है। यानि महाराष्ट्र में दो डिप्टी सीएम बनने की संभावना है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पवार को वित्त मंत्रालय सौंपा जा सकता है। इसके अलावा पार्टी के एक और अन्य विधायक को भी मंत्री बनाया जा सकता है।