तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा जल्द ही छत्तीसगढ़ आएंगे। उन्हें सिरपुर के गुरुग्राम में 6 से 9 सितंबर 2023 को होने वाले वर्ल्ड बुद्धिस्ट मीटिंग के लिए आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया है।
रायपुर – तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा जल्द ही छत्तीसगढ़ आएंगे। उन्हें सिरपुर के गुरुग्राम में 6 से 9 सितंबर 2023 को होने वाले वर्ल्ड बुद्धिस्ट मीटिंग के लिए आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया है। सिरपुर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सतीश जग्गी ने आज शनिवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में पहुंचकर दलाई लामा से मुलाकात की।
उन्हें सीएम भूपेश बघेल की ओर से छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया। जग्गी ने इस मौके पर तिब्बती धर्म गुरु को छत्तीसगढ़ राज्य के राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जग्गी ने बौद्ध विरासत सिरपुर को विकसित करने के साथ वर्ल्ड हेरिटेज में स्थापित करने की सीएम की मंशा से उन्हें अवगत भी कराया।
जानें, कौन हैं दलाई लामा
दलाई लामा तिब्बत के धर्मगुरु हैं। उनका जन्म 1935 में हुआ था। कहा जाता है कि जब वो 2 साल के थे, तब उन्हें पिछले दलाई लामा का पुनर्जन्म कहा गया। उन्हें 14वें दलाई लामा के रूप में पहचान मिली है। साल 1959 में तिब्बत पर चीन के कब्जे के बाद दलाई लामा वहां से भाग गए थे। इसके बाद से वे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रह रहे हैं। दलाई लामा को साल 1989 में नोबेल पीस प्राइज से सम्मानित किया गया था। दूसरी ओर चीन उन्हें अलगाववादी मानता है। उन्हें तिब्बत के लिए खतरा बताता है।
तिब्बत का तीसरा धर्मगुरु होगा 8 साल का मंगोलियाई बालक
87 साल के तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने चीन को बड़ा झटका देते हुए तिब्बती बौद्ध धर्म का तीसरा सबसे बड़ा धर्मगुरु अमेरिका में जन्में 8 साल के मंगोलियाई बच्चे को बनाया है। दलाई लामा ने इस बच्चे को 10वें खलखा जेटसन धम्पा रिनपोछे का पुनर्जन्म बताया। ये जुड़वा बच्चों में से एक है। 8 मार्च को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में नए धर्मगुरु के मिलने का समारोह आयोजित किया गया था। समारोह में 600 मंगोलियाई मौजूद थे।