मलेशिया – गले तक कर्ज में डूबे पाकिस्तान में लोगों की जिंदगी मुहाल हो रही है। आसमान छूती महंगाई से लड़ने में नाकाम पाकिस्तानी सरकार के पास एयरलाइंस चलाने तक के पैसे नहीं बचे हैं। कंगाल पाकिस्तान की स्थिति अब ऐसी हो गई है कि वह इस्लामिक देशों के आगे भीख का कटोरा लेकर पहुंच रहा है।
यूएई और सऊदी अरब जैसे इस्लामिक देशों ने जहां पाकिस्तान की जख्मों को मरहम लगाने का काम किया, वहीं एक इस्लामिक देश ने पाकिस्तान के लिए नासूर बन चुकी गिरती अर्थव्यवस्था पर नमक छिड़कने का काम किया है। इस्लामिक देशों में से एक मलेशिया ने पाकिस्तान को लीज पर दिए अपने जहाज के पैसे न चुकाने की वजह से उसे अपने कब्जे में ले लिया है।
मलेशिया ने कब्जाया प्लेन
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के बोइंग 777 विमान को मलेशिया के कुआलालंपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक लीज के विवाद को लेकर जब्त कर लिया गया है। बोइंग 777 को मलेशिया से लीज पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की तरफ से अधिग्रहित किया गया था। बीएमएच पंजीकरण संख्या वाले विमान को दूसरी बार कुआलालंपुर हवाईअड्डे पर 40 लाख डॉलर के बकाये के भुगतान न करने पर रोका गया। बकाया भुगतान न किए जाने के बाद एक स्थानीय अदालत से आदेश मिलने के बाद कंपनी ने पीआईए के विमान को जब्त कर लिया।
पहले भी कर चुका है फजीहत
पाकिस्तान के लिए इस्लामिक देश मलेशिया की तरफ से की जाने वाली ये बेइज्जती नई नहीं है। बल्कि इससे पहले भी बकाया मुद्दे को लेकर मलेशिया में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान को जब्त किया गया है, बल्कि इसी मुद्दे पर 2021 में कुआलालंपुर हवाई अड्डे के अधिकारियों की तरफ से उसी विमान को जब्त किया गया था। बाद में बकाये के भुगतान के राजनयिक आश्वासन पर विमान को छोड़ा गया। जब्त पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान को 27 जनवरी को 173 यात्रियों और क्रू मेंबर्स के सदस्यों के साथ पाकिस्तान वापस लाया गया था।
अब देखना होगा कि हालिया जब्त किए विमान को छुड़ाने में पाकिस्तान कौन सी तिकड़म लगाता है। ऐसे में ये साफ है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की दुर्दशा के ऐसे नमूने और भी सामने आते रहेंगे क्योंकि भारत के पड़ोसी के पास न ही देश के अंदर स्थिति को संभालने की ताकत बची है और न ही उसके कर्जे पर ही कंट्रोल हो रहा है।