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खरगोन में पुल की रेलिंग तोड़ 50 फीट नीचे नदी में गिरी बस, 22 लोगों की मौत

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खरगोन – जिले के ग्राम टांडा बरुड़ के पास श्रीखंडी गांव से इंदौर की जा रही बस मंगलवार सुबह करीब 8.30 बजे डोंगरगांव व दंसगा के बीच बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग तोडते हुए नीचे गिर गई। बताया जा रहा है बस पुल की रांग साइड की रेलिंग तोड़ते हुए करीब 50 फीट नीचे जा गिरी। हादसे में 22 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है। 30 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को डोंगरगांव प्राथमिक उपचार के बाद खरगोन जिला अस्पताल रेफर किया गया है। मृतकों में दो बच्चे और करीब छह महिलाएं और अन्य पुरुष शामिल हैं।

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ओवरलोड होकर गुजरती हैं बसें

जैसे ही हादसे की सूचना लोगों को लगी, मौके पर भीड़ जुट गई। लोगों ने घायलों के बस के कांच फोड़कर बाहर निकाला। पलटी हुई बस को सीधा किया। मौके पर एसपी, कलेक्टर, एसडीओपी और प्रतिनिधि पहुंचे। विधायक रवि जोशी से ग्रामीणों ने चर्चा में कहा कि यहां से रोजाना बसें ओवरलोड होकर तेज रफ्तार में गुजरती हैं, ग्रामीणों के रोकने-टोकने पर बस वाले विवाद करने पर उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बस वाले टाइम कवर करने के चक्कर में यात्रियों की जान जोखिम में डालते हैं। आरटीओ का इस ओर ध्यान नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि रोड तो अच्छा है, लेकिन घुमावदार है और पुल, पुलिया भी घुमावदार और अंधे मोड़ों के पास है।

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घायलों के स्वजन ग्राम घटवा निवासी रवि वास्कले और सुंदर लाल वास्कले ने बताया कि हमारे परिवार के 10 लोग इसी बस में सवार थे। वे लोग लोनारा में शादी में शामिल होने के बाद वापस अपने घर जा रहे थे। हमारे परिवार के तीन लोगों की हादसे में मौत हो चुकी है।

पिपरी निवासी गीता बाई ने रोते-बिलखते हुए बताया हमारे परिवार के आठ सदस्य बस में सवार थे, वे लोग पिपरी से पंधानिया शादी में शामिल होने जो रहे थे। इनमें तीन लोगों की हादसे में मौत हो चुकी है। अन्य लोग खरगोन में भर्ती हैं।

सीपीआर तकनीक से बचाने की कोशिश की

सेगांव के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ पारस पाटीदार भी मौके पर पहुंचे और घायलों को देखते ही सीपीआर तकनीक के माध्यम से उनकी जान बचाने की कोशिश की। हादसे के बाद ग्रामीण भी तत्काल मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस का इंतजार न करते हुए अपने-अपने वाहनों से तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की।naiduniya se