रायपुर – आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्य सरकार की बहुप्रतिक्षित योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी पर सवाल उठाए हैं। गौठान में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शुक्रवार को आप ने अपने प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कांग्रेस सरकार पर कई सवाल दागे। आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी पर जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए फूंक दिए, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
उन्होंने कहा कि गौठानों की हालत को लेकर आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गांव-गांव में घूमकर मुहिम चलाएंगे। एक-एक गौठानों की हकीकत प्रदेश की जनता के सामने रखेंगे। गौठानों के नाम पर सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे। प्रदेश में गौठानों की हालत बद से बदतर है। कई जिलों में गौठानों में गायों के लिए पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। भूपेश बघेल अन्य राज्यों में जाकर चुनाव में गौठानों के नाम वोट मांगते हैं, लेकिन आलम यह है कि गौठानों में गायों के लिए पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र में देखें तो हकीकत समझ में आ जाएगी। जहां रोड पर बड़ी संख्या में गाएं दिख जाएगी।
‘भ्रष्टाचार के लिए नया रास्ता खोला’
आप प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भूपेश सरकार ने गौठानों के माध्यम से भ्रष्टाचार के लिए नया रास्ता खोल लिया है। सीएम नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी को सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना बताते हैं, लेकिन प्रदेश में गौठान सिर्फ शोपीस बनकर रहे गए हैं। भूपेश सरकार ने हर पंचायत में करोड़ों रूपए खर्च करके गौठान तो बना दिया, लेकिन इन गौठानों में न तो पानी की व्यवस्था है न ही चारे की। गौठान बनाने के नाम करोड़ों खर्च कर दिए जाते हैं, न तो गाय दिखती है और न ही वहां कोई व्यवस्थाएं हैं। गाय सड़कों पर घूम रही हैं। कई गौठानें खाली पड़ी हैं, वहां एक भी गायें नहीं हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि गौठानों के नाम पर खर्च किए जाने वाला पैसा कहां जा रहा है? गौठानों के नाम पर सिर्फ उगाही हो रही है। गौठान समितियों के लिए भूपेश बघेल ने 151 करोड़ 65 लाख रुपए का भुगतान किया पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रहे हैं। आम जनता को योजना को योजना को कोई फायदान नहीं मिल रहा है।
‘बोर्ड लगा पर गौठान गायब’
कोमल हुपेंड़ी ने बताया कि कोडागांव के ग्राम पंचायत किबई बालेंगा में बने गौठान का बोर्ड लगा है, लेकिन गौठान गायब है। इसके अलावा बेमेतरा में गौठान शोपीस बनकर रह गए है। कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गायों ने अपना बसेरा सड़कों पर बना लिया है। जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिसमें गायों के साथ-साथ जनहानि भी हो रही है। सरकार की यह योजना फेल है।