छत्तीसगढ़ कांग्रेस में वक्ता चयन को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसा है। बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जनता को जवाब नहीं दे पा रहे है, इसलिए कांग्रेस को वक्ता ढूंढना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता और विधायक रंजना साहू ने कांग्रेस के हर जिले में 10 वक्ता चयन के लिए साक्षात्कार आयोजित करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
रायपुर – कांग्रेस में वक्ता चयन को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसा है। बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जनता को जवाब नहीं दे पा रहे है, इसलिए कांग्रेस को वक्ता ढूंढना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता और विधायक रंजना साहू ने कांग्रेस के हर जिले में 10 वक्ता चयन के लिए साक्षात्कार आयोजित करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि अब तक कांग्रेस में नेताओं का अकाल सामने आ रहा था। अब लगता है कि वक्ताओं की भी कमी हो गई है, जो लालटेन लेकर वक्ता खोज रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनता को जवाब नहीं दे पा रहे हैं। उनके मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे हैं। उनके विधायक जनता का सामना नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता भी भाजपा के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे इसलिए अब वक्ता खोजो अभियान चल रहा है। यह भी विचित्र बात है कि जो कांग्रेस पार्टी का नहीं है, वह भी कांग्रेस का वक्ता हो सकता है। कांग्रेसी वक्ता बनने योग्य नहीं रह गए हैं।
‘छत्तीसगढ़ में 7 हजार बलात्कार हुए’
विधायक रंजना साहू ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस हर जिले में 10 क्या 100 वक्ता बना लें, लेकिन क्या सच बोलने और स्वीकार करने की हिम्मत जुटा पाएंगे? कांग्रेस के छोटे से कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में 7 हजार बलात्कार हुए हैं। 3 हजार लोगों की निर्मम हत्या हुई है। 26 हजार लोगों ने इस सरकार से निराश होकर आत्महत्या कर ली। 25 हजार नवजात शिशु की मौत इलाज के अभाव में हो गई। केंद्र सरकार की कोई योजना यहां सलीके से अमल में नहीं है। केंद्र की योजनाओं की रकम का दुरुपयोग किया जा रहा है। भ्रष्टाचार चरम सीमा को लांघ गया है। आरक्षण छीन लिया गया है। गरीबों का आवास छीन लिया। अन्न हड़प लिया। लूट मची हुई है। केंद्र ने जो पैसा दिया, पता नहीं कहां गया? नए वक्ता क्या इसका जवाब देने की हिम्मत जुटा पाएंगे?
प्रदेश में बढ़े महिला अपराध के मामले: शालिनी राजपूत
बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था अपने साढ़े चार साल में नहीं संभाल पाई है। कांग्रेस शासन के साढ़े 4 वर्ष के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में 7000 से अधिक महिलाएं और बच्चियां दुराचार की शिकार हो गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में महिला अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, उससे या लगता है कि कांग्रेस सरकार महिला सुरक्षा को लेकर जरा भी संवेदनशील नहीं है। प्रदेश में लगातार इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही है । प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ढुलमुल रवैया के चलते अपराधी बेखौफ हो गए हैं। निरंकुश होकर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुराचार की घटनाएं करके बेखौफ घूम रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कांग्रेस के राज में अपराध करने पर सजा नहीं होती है।
‘7 साल की बच्ची से सामूहिक दुराचार की घटना से प्रदेश शर्मसार’
शालिनी राजपूत ने कहा कि कोरबा में 7 वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक दुराचार की घटना ने प्रदेश को शर्मसार किया है। इसके पूर्व बिलासपुर में एक व्यक्ति को शराब पिलाकर उसकी पत्नी के साथ दुराचार की घटना सामने आई थी। अंबिकापुर में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया और जब वह नाबालिग थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गई तो थाने में उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई, जिसके चलते उस नाबालिग ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता के आनंद में इतने चूर हो गए हैं कि उन्हें प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था की चिंता नहीं है।