‘विपक्ष को एक करने की दिशा में कदम’ – नीतीश-तेजस्वी के साथ बैठक पर बोले राहुल, जानें बाकी नेताओं ने क्या कहा
नई दिल्ली – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बुधवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने उनके दिल्ली स्थित निवास पर पहुंचे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस दौरान खरगे के साथ ही मौजूद रहे। सभी नेता विपक्षी एकता के मुद्दे को लेकर आपस में बैठक कर रहे थे। इस दौरान सिर्फ तेजस्वी ने कुछ नहीं बोला बाकी सभी नेताओं ने अपना-अपना पक्ष रखा। सभी विपक्षी नेताओं ने एकजुट होने पर सहमति दी है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दल इस महीने के अंत में एक और बैठक करेंगे। इस दौरान खरगे और नीतीश सभी से बात करेंगे।
एकजुटता दिखाकर लड़ना है: खरगे
इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभी पार्टियों को एकजुट करना और एक होकर आगे जो चुनाव आएंगे, उस चुनाव में एकजुटता दिखाकर लड़ना और यह हमारा निर्णय हुआ है। हम सब उसी रास्ते पर काम करेंगे। तेजस्वी जी, नीतीश जी, सभी हमारे नेतागण जो यहां बैठे हैं। हम सब उसी लाइन पर काम करेंगे।
गठबंधन को एकजुट करने का प्रयास: नीतीश
वहीं, नीतीश कुमार ने कहा कि गठबंधन को एकजुट करने का प्रयास किया गया है। हम सब साथ बैठेंगे और चीजों को तय किया गया है। हम लोगों की इस पर अंतिम तौर पर बात हो गई है। जितने लोग हमारे साथ सहमत होंगे, हम उनके साथ भी बात करेंगे। साथ में बैठने तो दीजिए, हम लोगों को।
विपक्ष का नजरिया विकसित करेंगे: राहुल
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि जो नीतीश जी ने कहा कि विपक्ष को एक करने में बहुत एतिहासिक कदम लिया गया है। कितनी विपक्षी पार्टियों को इकट्ठा करना है। ये एक प्रक्रिया है। विपक्ष का जो भी नजरिया है, उसे हम विकसित करेंगे और जो भी पार्टियां विचारधारा की लड़ाई में साथ आना चाहती हैं उसको लेकर चलेंगे। जो संस्थानों पर आक्रमण हो रहा है, देश पर आक्रमण हो रहा है, उसके खिलाफ हम लड़ेंगे।
गौरतलब है कि बिहार में राजद-जदयू और कांग्रेस का गठबंधन है। तीनों ही पार्टियां इस महागठबंधन के अंतर्गत बिहार और लोकसभा चुनाव में भाजपा का सामना करने के कदमों पर चर्चा कर चुकी हैं।