नई दिल्ली – कांग्रेस ने राहुल गांधी द्वारा ब्रिटेन में दिए गए एक बयान को लेकर सत्तापक्ष के प्रहार पर पलटवार करते हुए सोमवार को कहा कि जो लोग भारतीय लोकतंत्र को कुचल रहे हैं वह इसे बचाने की बात कर रहे हैं. मुख्य विपक्षी दल ने यह आरोप भी लगाया कि सत्तापक्ष के लोग संसद नहीं चलने देना चाहते, और इसी रणनीति के तहत उन्होंने हंगामा किया.
पार्टी अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी और सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की कहावत इन पर फिट बैठती है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ‘तानाशाह’ की तरह सरकार चला रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष एकजुट है और अडाणी समूह के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की उनकी मांग जारी रहेगी.
खरगे ने राज्यसभा में हुए हंगामे का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘राहुल गांधी दूसरे सदन के सदस्य हैं और पीयूष गोयल जी (सदन के नेता) ने उनके भाषण को अपने ढंग से पेश किया. सदन में आज पीयूष गोयल जी ने जिस अभद्र भाषा का इस्तेमाल दूसरे सदन के एक सदस्य के लिये किया, वह अनुचित है.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा देश के लोकतंत्र को अपमानित करने का प्रयत्न कर रही है. भाजपा के शासन में लोकतंत्र व संविधान की कोई जगह नहीं बची है. ये लोग लोकतंत्र को कुचल रहे हैं. मोदी जी के राज में लोकतंत्र और संविधान के लिए कोई जगह नहीं है, जबकि ये लोग देश के मान-सम्मान की बात करते हैं.’’
खरगे ने प्रधानमंत्री के विदेशी धरती पर कुछ बयानों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने शंघाई में कहा था कि पहले लोग इसको लेकर र्शिमंदा होते थे कि वो भारत में पैदा हो गए…देश के मान-सम्मान की बात करने वाले प्रधानमंत्री मोदी कई बार विदेशी धरती पर देश को शर्मसार कर चुके हैं.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘आप (प्रधानमंत्री) संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लोकतंत्र खत्म कर रहे हैं, फिर लोकतंत्र को बचाने की बात कर रहे हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री देश में एक ‘तानाशाह’ की तरह सरकार चला रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘संसद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि काम हो. पूरी तरह से फर्जी रास्ता अपनाया गया है ताकि पीएम से जुड़े अडाणी महाघोटाले में जेपीसी के लिए विपक्ष की संयुक्त मांग से ध्यान हटाया जा सके.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अडाणी मामले में जेपीसी गठित करने, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और कई अन्य विषय उठाती रहेगी.’’ उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी द्वारा भारतीय लोकतंत्र को लेकर लंदन में की गई टिप्पणी के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी ने संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस पर निशाना साधा और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से माफी की मांग की. इसको लेकर दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई.
लोकसभा में रक्षा मंत्री एवं सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने लंदन में जाकर भारत को बदनाम करने की कोशिश की है. राज्यसभा में सदन के नेता और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह विषय उठाया और राहुल गांधी पर निशाना साधा.
ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है. उन्होंने अफसोस जताया कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं.
राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं.