नई दिल्ली – मार्च, अप्रैल और मई महीने प्री-मानसून के है। इस दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में बढ़ोतरी होती है। वहीं, देश भर में बने मौसमी सिस्टम के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान पर है। एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ राजस्थान से उत्तर मध्य महाराष्ट्र की ओर चल रही है। स्काईमेट वेदर के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान में ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कैसा रहा मौसम?
राजस्थान के अलावा कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में बरसात हुई है। हिमाचल प्रदेश, पश्चिम यूपी, कच्छ के कुछ इलाकों, पूर्वी मध्यप्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा पर अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री या उससे अधिक रहा।
स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालय पर मध्यम बरसात संभव है। पश्चिमी हिमालय और सिक्किम के कुछ क्षेत्रों में हिमपात भी हो सकता है। वहीं, राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, गुजरात क्षेत्र, उत्तर कोंकण, गोवा, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में वर्षा और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इसके अलावा विदर्भ के कुछ हिस्सों में वर्षा देखने को मिल सकती है।
अगले 3 से 4 दिन कैसा रहेगा मौसम
अगले 3 से 4 दिनों में मध्यप्रदेश के पश्चिमी जिलों, गुजरात के दक्षिणी हिस्सों, विदर्भ, उत्तर-मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कोंकण और गोवा में बारिश हो सकती है। अन्य राज्यों की तुलना में गुजरात में बरसात की तीव्रता कम होगी। विदर्भ के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की संभावना भी बनी हुई है।
सबसे गर्म फरवरी रिकॉर्ड
इस साल भारत ने 1901 के बाद से अपना सबसे गर्म फरवरी दर्ज किया। पिछले महीने औसत अधिकतम तापमान 29.54 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी में औसत अधिकतम तापमान पूरे भारत और उत्तर-पश्चिम भारत में सबसे अधिक था। यह 1901 के बाद से मध्य भारत में दूसरा सबसे अधिक तापमान था। आईएमडी ने मार्च और मई के बीच हीटवेव का अनुमान लगाया है। कहा कि मार्च से मई के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों, पूर्व-मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम के कुछ इलाकों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है।