मुंबई: देश में हुए हालिया चुनाव के नतीजों में बीजेपी ने दो राज्यों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है। इस जीत की गूंज महाराष्ट्र समेत पूरे देश में सुनाई दी। हालांकि, इस मुद्दे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक गुरु शरद पवार ने अलग ही बात कही है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने देश में बीजेपी की मौजूदा स्थिति पर कहा कि फिलहाल देश बदलाव के लिए तैयार हो रहा है। केरल में बीजेपी नहीं है, तमिलनाडु में बीजेपी नहीं है। कर्नाटक में कांग्रेस थी लेकिन वहां विधायकों और सांसदों को फोड़ा गया और फिर बीजेपी की सरकार बनाई गई। देश के कई राज्यों में बीजेपी नहीं है। यह सब कुछ इशारा करता है कि देश अब बदलाव चाहता है। इसके परिणाम आपको आने वाले चुनावों में नजर आएंगे। महाराष्ट्र उपचुनाव में बीजेपी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली है। यह तमाम बातें राजनीतिक बदलाव के लिए काफी अनुकूल हैं।
पवार ने कहा कि नगालैंड और त्रिपुरा के चुनाव में बीजेपी को जीत मिली है। कई मौकों पर पवार को अपना राजनीतिक गुरु बताने वाले पीएम मोदी की सरकार को लेकर यह भविष्यवाणी महाराष्ट्र में चर्चा का विषय है। साल 2019 में शरद पवार ने यह भी कहा था कि मोदी से अब डर लगता है। अब वो किसी को उंगली नहीं पकड़ाएंगे। दरअसल 2019 में शरद पवार को ईडी ने नोटिस भेजा था। तब पवार ने यह बात कही थी।
नगालैंड में एनसीपी ने जीती 7 सीटें
शरद पवार की अगुआई में एनसीपी अब महाराष्ट्र से निकल कर अन्य राज्यों में भी किस्मत आजमा रही है। इसी कड़ी में एनसीपी ने नगालैंड विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में एनसीपी ने कुल बारह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जिसमें से उन्हें सात सीटों पर सफलता मिली है। एनसीपी नेताओं का कहना है कि एनसीपी को नगालैंड में अब प्रमुख विपक्षी दल का दर्जा मिलेगा। इसके पहले मेघालय में एनसीपी का एक विधायक था। एनसीपी के कहना है कि उनकी पार्टी नगालैंड की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी ईमानदारी से कोशिश करेगी।
नगालैंड चुनाव में आरपीआई ने भी दो सीटों पर जीत दर्ज की है। इस अप्रत्याशित जीत पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा पार्टी कार्यालय जाकर जश्न मनाया और खुद ढोल भी बजाते हुए नजर आए। आरपीआई नेता हेमंत रणपिसे ने कहा कि पहली बार किसी राज्य की विधानसभा में आरपीआई की दो सीटें आईं हैं।