नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए. वह विपक्षी दलों को एकजुटता करने में देरी न करे. हम इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस विपक्षी नेताओं को बुलाए और तय कर ले कहां से किसके साथ चुनाव लड़ना है. नीतीश ने कहा कि हम दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिले थे.
पटना – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 100 सीटों से नीचे रोकने का फॉर्म्यूला बताया है, इस डिस्क्लेमर के साथ कि अगर उनके सुझाव को कांग्रेस ने माना तो ठीक, और नहीं माना तो फिर केंद्र में भगवा पार्टी को सत्ता आने से कोई नहीं रोक सकता. भाकपा-माले के 11वें महाधिवेशन में बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ‘हम इंतजार कर रहे हैं, बस आप लोग (कांग्रेस) जल्दी फैसला लें. अगर आप लोग मेरा सुझाव माने और सब साथ मिलकर लड़े तो बीजेपी 100 से नीचे जाएगी, लेकिन अगर मेरा सुझाव नहीं मानेंगे तो क्या होगा वह आप जानिए.’ नीतीश ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से कहा कि आप लोग जल्दी से जल्दी फैसला करें.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए. वह विपक्षी दलों को एकजुटता करने में देरी न करे. हम इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस विपक्षी नेताओं को बुलाए और तय कर ले कहां से किसके साथ चुनाव लड़ना है. नीतीश ने कहा कि हम दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिले थे. मंच पर मौजूद सलमान खुर्शीद से नीतीश कुमार ने कहा, ‘कांग्रेस नेतृत्व से अपील है कि अगर सब एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीटों के नीचे निपट जाएगी. बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं. जब हम एनडीए से अलग हुए तो सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने इस फैसले का स्वागत किया. 2024 में सभी एकजुट होकर लड़ेंगे तभी बीजेपी का सफाया होगा.
बिहार के मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा, ‘आज आजादी की लड़ाई का इतिहास बदलने का प्रयास हो रहा है. सभी धर्म और जाति के लोगों को लेकर साथ चलना होगा. नेतृत्व को लेकर मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. हम तो केवल बदलाव चाहते हैं. जो सब तय करेंगे वही होगा.’ नीतीश कुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ते हैं तो इससे सबको फायदा होगा और देश के लोगों को भी इससे लाभ होगा. पटना के एसके मेमोरियल हॉल में आयोजित भाकपा-माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन में वामदलों के नेताओं के अलावा बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह समेत कई अन्य बड़े राजनीतिज्ञ मौजूद रहे.
नीतीश के सुझाव पर बोले सलमान खुर्शीद, लेकिन पहले आई लव-यू कौन बोलेगा?
कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने नीतीश कुमार के सुझाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘आज देश भर में गुजरात मॉडल की चर्चा होती है. लेकिन, बिहार के मुख्यमंत्री को देशभर में बिहार मॉडल की चर्चा करनी चाहिए. इस मॉडल में शांति और सद्भाव प्राथमिकता है. नीतीश कुमार जो चाहते हैं वहीं होगा, लेकिन प्यार में एक समस्या बनी रहती है कि आई लव-यू पहले कौन बोलेगा.’ सलमान खुर्शीद ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में शांति और सद्भाव वाला बिहार देशभर में अनुकरणीय है. इस मॉडल का प्रचार-प्रसार होना चाहिए. आपको बता दें कि यूपी में भले ही राजद, कांग्रेस, भाकपा और जदयू एक हों, लेकिन उत्तर प्रदेश दोनों बड़े क्षेत्रीय दल सपा और बसपा 2024 का चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. अब तो चुनाव से पहले ही पता चलेगा कि विपक्षी एकता का फॉर्म्यूला लागू हो पाता है कि नहीं.