न्यायधीश रमेश सिन्हा बार कोटे से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वर्ष 2011 में न्यायधीश नियुक्त हुए थे। उन्होंने साल 1990 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कानून की पढाई पूरी करने के बाद वर्ष 1990 में वकालत शुरू की थी ।
बिलासपुर – मार्च में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश अरुप कुमार गोस्वामी सेवामुक्त हो रहे हैं। अब उनका स्थान इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायधीश रमेश सिन्हा लेंगे। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने जस्टिस रमेश सिन्हा के नाम प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। इसके अलावा ही छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से स्थानांतरित जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर भी इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश होंगे।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट समेत इलाहाबाद, गुजरात, कोलकाता और मणिपुर और छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायधीशों की पदोन्नति करने की सिफारिश केंद्र सरकार से की है। इन 5 प्रदेशों के हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश के पद पर पदोन्नत हो रहे हैं या फिर सेवामुक्त होने वाले हैं। इस वजह से हाईकोर्ट में मुख्य जस्टिस का पद खाली हो जाएगा। यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस की नियुक्ति की प्रोसेस शुरू हो गई है।
न्यायधीश रमेश सिन्हा बार कोटे से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वर्ष 2011 में न्यायधीश नियुक्त हुए थे। उन्होंने साल 1990 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कानून की पढाई पूरी करने के बाद वर्ष 1990 में वकालत शुरू की थी । इलाहाबाद हाईकोर्ट में सिविल और क्रिमिनल प्रकरणों के लिए उन्होंने अपनी विशेष पहचान स्थापित की । साल 2011 में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त होने के बाद 2013 में स्थायी तौर पर न्यायधीश नियुक्त हुए।
उसके बाद से वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में सेवाएं दे रहे हैं। अब उन्हें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस के पद पर प्रमोशन देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरुप कुमार गोस्वामी का कार्यकाल 10 मार्च को पूरा हो रहा है। उनके रिटायर्ड से चीफ जस्टिस का पद रिक्त हो जायेगा।