लड़ाकू विमान का निशाना नहीं चूकता तो, करगिल युद्ध में ही मारे जाते परवेज मुशर्रफ!
नई दिल्ली – पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह और आर्मी जनरल परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन हो गया है। 79 साल की उम्र में मुशर्रफ ने दुबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। परवेज मुशर्रफ भारत में एक जाना पहचाना नाम हैं, इसकी वजह ये है कि आगरा वार्ता के तुरंत बाद भारत की पीठ में छुरा घोंपने और चोरी छिपे करगिल युद्ध छेड़ने के पीछे परवेज मुशर्रफ का ही दिमाग था।
हालांकि ये बात कम ही जानते होंगे की परवेज मुशर्रफ का यह दुस्साहस शायद उनकी जिंदगी का आखिरी भी साबित हो सकता था, जब करगिल युद्ध के दौरान वह और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक भारतीय लड़ाकू विमान की बमबारी का निशाना बन सकते थे।