हुब्बल्लि – कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को बेंगलुरु में प्रियंका गांधी वाद्रा के कार्यक्रम ‘‘ना नायकी’’ (मैं महिला नेता हूं) का उपहास उड़ाते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव एक ऐसी स्थिति में पहुंच गई हैं जहां उन्हें खुद यह बताना पड़ रहा है कि वह एक नेता हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि उनके पीछे कोई महिला नहीं खड़ी हो रही, गांधी को खुद ‘‘ना नायकी’’ की घोषणा करनी पड़ी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की महिलाएं उनके आह्वान को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. बोम्मई ने कहा, ‘‘उन्हें (प्रियंका को) आने दीजिए. बहुत से लोग बेंगलुरु आते हैं. मुझे आपत्ति नहीं है. यह आयोजन ठीक से हो, लेकिन एक बात जो मेरी समझ में नहीं आ रही है, वह है कार्यक्रम का शीर्षक ‘ना नायकी’.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज लोगों को प्रियंका गांधी की फोटो रखकर ‘ना नायकी’ कहना पड़ रहा है. ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि प्रियंका गांधी को खुद को महिला नेता घोषित करना पड़ रहा है.’’ प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को प्रदेश की राजधानी स्थित पैलेस ग्राउंड्स में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा आयोजित सम्मेलन में भाग लेने वाली हैं. कर्नाटक में मई तक विधानसभा चुनाव होने हैं और सत्तारूढ़ भाजपा और उसकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस दोनों चुनाव जीतने के लिए जी जान लड़ा रही हैं.
कांग्रेस के सत्ता में आने पर महिला केंद्रित बजट पेश करने के प्रस्ताव पर बोम्मई ने कहा कि पार्टी को इसके लिए कभी मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के नेता जानते हैं कि वे सत्ता में नहीं आएंगे, इसलिए वे हर तरह का आश्वासन दे रहे हैं.’’