रायपुर – बीरगांव इलाके में स्थित एक मकान को बेचने के नाम पर आरोपी पति-पत्नी ने किस्तों में प्रायवेटकर्मी से 21 लाख 40 हजार रुपए लिए और फरार हो गए। प्रायवेटकर्मी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके एक माह बाद पुलिस ने मंगलवार को पकड़ा है। आरोपियों का नाम पुलिस द्वारा के. सुजाता और के. लल्लन कुमार राव बताया जा रहा है।
पीड़ित छबीराम वर्मा ने पुलिस को बताया कि मकान खरीदने के नाम पर उसका परिचय चार वर्ष पहले के. सुजाता और के. लल्लन कुमार राव से हुआ था। आरोपियों ने बीरगांव में मकान होने और उसे 21 लाख 40 हजार रुपए में बेचने का एग्रीमेंट किया। आरोपी पति-पत्नी ने पीड़ित से आठ चेकों के माध्यम से कुल 12 लाख 41 हजार रुपए एवं नगद 9 लाख रुपए लिया और रजिस्ट्री किए बिना गायब हो गए। पीड़ित जब भी आरोपियों को फोन करता, तो बाद में कॉल करने के लिए कहते और टरका देते। आरोपी पति-पत्नी के पीछे पीड़ित चार साल तक रजिस्ट्री करवाने के लिए घूमता रहा। आरोपियों ने फिर भी रजिस्ट्री नहीं की, तो पीड़ित ने पुलिस की शरण ली। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने नवंबर में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की। तकनीकी जांच के आधार पर मंगलवार को फाफाडीह चौक से पकड़ा।
लोन दिलाने के नाम पर भी कर चुके ठगी
आरोपी दंपती के खिलाफ पुलिस को ठगी करने की यह पहली शिकायत नहीं मिली है। इससे पहले भी आरोपियों द्वारा महिला समूह बनाकर लोन दिलाने के नाम पर सैकड़ों महिलाओं से ठगी करने का मामला सामने आ चुका है।
इधर भी ठग ने नौकरी का झांसा देकर ठगे लाखों
बेरोजगारों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर शातिर ठग ने झांसे में लिया और 8 लाख 50 हजार की ठगी कर ली। तय समय के बाद नौकरी नहीं लगने पर पीड़ित ने पैसे मांगे तो आरोपी जान से मारने की धमकी देने लगा। पीड़ित ने आरोपी की शिकायत आजाद चौक पुलिस को की, तो पुलिस ने चार माह की जांच के बाद आरोपी को सोमवार की रात राजेंद्र नगर इलाके से पकड़ा है। आरोपी का नाम बाल किशोर बैरवा पुलिस द्वारा बताया जा रहा है। शिकायतकर्ता घनश्याम साहू ने शिकायत की थी। घनश्याम ने पुलिस को बताया कि आरोपी खुद को रसूखदारों का करीबी बताता था और किसी भी विभाग में नौकरी लगवाने का दावा करता था।
बेरोजगारों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर शातिर ठग ने झांसे में लिया और 8 लाख 50 हजार की ठगी कर ली। तय समय के बाद नौकरी नहीं लगने पर पीड़ित ने पैसे मांगे तो आरोपी जान से मारने की धमकी देने लगा। पीड़ित ने आरोपी की शिकायत आजाद चौक पुलिस को की, तो पुलिस ने चार माह की जांच के बाद आरोपी को सोमवार की रात राजेंद्र नगर इलाके से पकड़ा है। आरोपी का नाम बाल किशोर बैरवा पुलिस द्वारा बताया जा रहा है। शिकायतकर्ता घनश्याम साहू ने शिकायत की थी। घनश्याम ने पुलिस को बताया कि आरोपी खुद को रसूखदारों का करीबी बताता था और किसी भी विभाग में नौकरी लगवाने का दावा करता था।
लोगों को ठगने बनाया था दफ्तर
आरोपी ने बेरोजगारों को झांसे में लेने के लिए अग्रसेन चौक स्थित कॉम्प्लेक्स में दफ्तर बनाया था। यहां अपने अकाउंटेंट मंजीत कौर के साथ मिलकर लोगों को नौकरी लगाने का झांसा देता था। पुलिस की जांच में आरोपी बाल किशोर बैरवा के खिलाफ चेक बाउंस के आठ मामले सामने आए है। पांच मामले डीडी नगर थाने में चल रहे है और तीन मामले आजाद चौक में है। पुलिस ठगी के आरोपियों को पकड़ने के बाद उसके खिलाफ केस और ठगी हुई राशि की संख्या में इजाफा होने की बात कह रही है।