पटना – ‘जान लीजिए…आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। परसों चुनाव है…और यह मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’ पूर्णिया के धमदाहा में लेसी के लिए चुनावी सभा में नीतीश कुमार ने 5 नवंबर 2020 को ये बातें कही थी। तब उनको लालू यादव के सियासी वारिस तेजस्वी यादव से कड़ी चुनौती मिल रही थी। वक्त बदला और नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को अपने साथ कर लिया। बीजेपी के साथ भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे और तेजस्वी ये साथ भी नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री हैं। मगर दो साल पहले धमदाहा में मंच से बोली बात सच साबित होती दिख रही है। ‘अंतिम चुनाव’ और ‘अंत भला तो सब भला’ दोनों ही बातें फिलहाल सच होती दिख रही है। नीतीश कुमार ने 2025 के लिए तेजस्वी यादव की ताजपोशी अभी से ही कर दी।
2025 में तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव- नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो बातें बड़े ही साफगोई से कही। उन्होंने कहा कि मुझे पीएम बनने की कोई इच्छा नहीं है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 2025 विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा है कि 2025 का विधानसभा चुनाव उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की अगुवाई में होगा। महागठबंधन की बैठक के बाद सीएम ने कहा कि मैं पीएम पद का उम्मीदवार नहीं हूं। सब बीजेपी को हटाना चाहते हैं। हमलोग भी इसी कोशिश में लगे हैं। अब आने वाला चुनाव तेजस्वी की अगुवाई में होगा। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सोमवार को कहा था कि नीतीश कुमार पीएम मटेरियल हैं। अपनी बात के समर्थन में कई तर्क दिए थे।
‘2024 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं’
सीएम नीतीश ने पीएम उम्मीदवारी की अटकलों पर खुद ही विराम लगा दिया। उन्होंने कहा है कि मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं। हम सिर्फ बीजेपी को हटाना चाहते हैं। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि अब 2025 का विधानसभा चुनाव उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की अगुवाई में होगा। अब सब तेजस्वी यादव को ही देखना है। मैंने बहुत काम किया। अब तेजस्वी यादव की बारी है। ये कोई पहली बार नीतीश ने ये बातें नहीं कही है। इससे पहले भी उन्होंने (नीतीश) कई बार ये बयान दिया है कि तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाना है।
महागठबंधन की बैठक नीतीश का बड़ा ऐलान