अंबिकापुर – छत्तीसगढ़ के सरगुजा में 4 बच्चों की मौत पर अब बीजेपी स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ हमलावर हो गई है. भारतीय जनता पार्टी ने स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की बैठक मुख्यमंत्री लेते हैं, तो उसमें स्वास्थ्य मंत्री उपस्थित नहीं होते.
स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही इस बात को इंगित करती है कि स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि बिजली का बैकअप था, तो फिर लाइट गई कैसे?. सरगुजा में हुई 4 बच्चों की मौत पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
वहीं घटना की निंदा करते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है, 25,000 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
बता दें कि सरगुजा 4 नवजात शिशुओं की मौत हो गई है. परिजनों ने इसे लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस पर छत्तीसगढ़ के मंत्री सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल से बात हुई है, पहले रोड से जा रहे थे, लेकिन अब तत्काल हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाएं, तो वे विशेषज्ञ के साथ निकल रहे हैं.
सिंहदेव ने कहा कि बिजली न होने की बात जांच का विषय है. बिजली का बैकअप भी होता है, जनरेटर भी था. 2020 में भी ऐसी घटना घटी थी, जिसमें हमने 1 दिन में 4 से 5 बच्चें खोए थे. उसके बाद आज हमने 4 बच्चों को खोया है, दुखद स्थिति है.
सप्लाई प्रभावित हुई है क्या? वेंटिलेटर प्रभावित हुई है क्या ?. इसके लिए सीनियर डॉक्टर्स की जांच गठित की जाएगी. टीएस ने कहा कि बच्चे के पिता बच्चे के जन्म के बाद घर ले गए थे, टीका लगाने के बाद बुखार आया, डॉक्टर ने हार्ट प्रॉब्लम बताया. वेंटिलेटर में रखने के बाद भी बच्चे नहीं बच सके.
सिंहदेव ने कहा कि परिजन वीडियो में कह रहे हैं कि बड़ा अस्पताल है, व्यवस्था होनी चाहिए, हम लोगों को गहन जानकारी लेनी पड़ेगी. सिंहदेव ने कहा कि बाकी रिपोर्ट आएगी. 5 मिनट के अंतराल में लाइट का आना-जाना लो वोल्टेज था. डॉक्टर्स का कहना है कि सिस्टम का प्रभाव में फर्क नहीं पड़ा था. कारण क्या है, जांच की जाएगी.