सीएम ने कहा कि, रमन सिंह जब सत्ता में थे तो उन्होंने मुझे प्रताड़ित किया। अब दिल्ली के माध्यम से करा रहे हैं। उनके मुंह से निकलता है कि मैं चूहा हूं। यह सामंती प्रवृत्ति और अंदर की घृणा है। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में उन्होंने सीधे कहा कि वह मुसवा है। चूहा बोला, बिल्ली बोला, कुत्ता बोला। यह उनको ही शोभा देता है।
रायपुर – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष थे तो उनको और उनके साथियों को राजनांदगांव आने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। मुझे, मेरे परिवार और मेरी मां को थाने में बैठना पड़ा। मेरे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। झूठे प्रकरण में फंसाया गया। जेल में डाला गया। मेरी संपत्ति की जांच कराई। वह अपनी बात कहते-कहते भावुक हो गए। कहा कि, मां कभी थाने नहीं गई, उन्हें ले जाया गया। मैं डरता नहीं हूं। रमन सिंह जी ने पहले खुद प्रताड़ित किया। अब कभी दिल्ली जाते हैं या केंद्रीय मंत्री आते हैं तो उन्हें पर्ची देते हैं।
भाजपा के छुटभैया नेता राहुल जी के लिए बोलेंगे तो कोई विश्वास नहीं करेगा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर भाजपा नेताओं के बयान पर अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और अन्य नेताओं पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, ओम माथुर और भाजपा के छुटभैया नेता राहुल जी के बारे में कुछ बोलेंगे तो कोई विश्वास नहीं करेगा। राहुल गांधी जी 76 दिन से पैदल यात्रा कर रहे हैं। उनका कद इतना बड़ा हो गया है कि इनके बोलने से कुछ नहीं होगा।
सीएम बोले- ओम माथुर कन्फ्यूज
राजनांदगांव के दो दिवसीय प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, ओम माथुर कहते हैं कि कांग्रेस कोई चुनौती नहीं है। दूसरा युद्ध की तरह लड़ना है। तीसरा राहुल गांधी को छोड़िए, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल, टीएस सिंहेदव, अमरजीत भगत को टारगेट कीजिए। इन तीनों बयानों को देखिए तो पता चलता है कि ओम माथुर कन्फ्यूज हैं। जब चुनौती नहीं है तो युद्ध की तरह क्यों लड़िए। राहुल गांधी के खिलाफ जो इन लोगों ने बोला और अब जो लोग मिल रहे हैं, उसमें जमीन आसमान का अंतर है।
राजनांदगांव के विकास के लिए सात करोड़ दिए
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, 43 विधानसभा में भेंट-मुलाकात हो चुकी है। कल का अनुभव बहुत अच्छा रहा। जनता का उत्साह देखकर बहुत अच्छा लगता है। हमारी योजनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि, कल पैरादान भी हुआ, इससे अन्य किसान भी उत्साहित होंगे। राजनांदगांव शहर के सौंदर्यीकरण के लिए 4 करोड़, मोहरा पुन्नी मेला स्थल विकास के लिए 2 करोड़ और शहर के भीतर अन्य विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रुपये, कुल मिलाकर शहर के विकास के लिए 7 करोड़ रुपये दिए हैं।
तहसीलों में लगेंगे सीसीटीवी, अफसरों के मोबाइल नंबर होंगे सार्वजनिक
मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि, सड़कों को लेकर कुछ शिकायत आई है। दिसंबर तक इनके संधारण के निर्देश दिए हैं। नई सड़कों के लिए भी कहा है। वहीं 15 करोड़ रुपये अब तक 19 हजार चिटफंड के निवेशकों को दिए जा चुके हैं। कल डायलिसिस यूनिट भी आरम्भ किया। राजनांदगांव में तहसील कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और अधिकारियों के मोबाइल नंबर साझा किए गए हैं। पारदर्शिता का यह काम बहुत अच्छा है। इसे अन्य जगहों पर भी फॉलो करना चाहिए।
मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाने चलेगा ई-रिक्शा
मुख्यमंत्री बघेल ने मेडिकल कॉलेज तक लोगों को ले जाने ई-रिक्शा के लिए स्व-सहायता समूहों को मदद करने के सुझाव पर कहा कि इसकी व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि, हमारा सबसे ज्यादा जोर मेडिकल एजुकेशन पर है। चार साल में ही हमने मेडिकल एजुकेशन का विस्तार किया। इससे हेल्थ का बढ़िया इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदेश में खड़ा होगा। उन्होंने कहा कि, हमारे आईटीआई पुराने ट्रेड पर काम कर रहे थे। हमने नए ट्रेड भी जोड़े हैं ताकि नए समय के मुताबिक युवाओं का कौशल संवर्धन कर सकें। टाटा समूह से भी अभी बात हुई है। हम उद्यम का शानदार माहौल बना रहे हैं।au