मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक ओर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों से शिक्षा का स्तर सुधारने में लगे हुए हैं, वहीं हिंदी स्कूलों का स्तर गिरता जा रहा है। स्कूलों में कभी मुर्गा-मटन पार्टी होती है, कभी टीचर शराब के नशे में पहुंचते हैं। यहां के सरकारी स्कूल टीचरों की शराब और मुर्गा पार्टी का अड्डा बनते जा रहे हैं।
बिलासपुर – छत्तीसगढ़ में शराब बंदी होगी या नहीं, ये तो पता नहीं, पर इसके चलते सरकारी स्कूल जरूर स्तरहीन होते जा रहे हैं। यहां के स्कूलों में टीचरों का शराब पीकर आना कोई नई बात नहीं है। नया मामला बिलासपुर का है। जहां स्कूल के किचन में ही मास्टर जी शराब का पैग बनाते हैं। फिर खाना बनाने वाली महिला से कहते हैं कि चखना में दाल भी चलेगी। उनको अपनी नौकरी की भी चिंता नहीं है। कहते हैं, नौकरी का क्या है, जब तक है, तो है।