भारतीय जनता पार्टी ने भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी का एलान कर दिया है. साल 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के प्रत्याशी विजयी रहे.
रायपुर – भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने छत्तीसगढ़ स्थित भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी का एलान कर दिया है.इस उपचुनाव में बीजेपी ने ब्रह्मानंद नेताम को प्रत्याशी बनाया है. उपचुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने भी अपनी सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित भानुप्रतापपुर में पांच दिसंबर को मतदान होगा और मतगणना आठ दिसंबर को कराई जाएगी. इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है.
भानुप्रतापपुर का इतिहास
ब्रम्हानंद नेताम भानुप्रतापपुर से 2008 में विधायक चुने गए थे. उन्होंने मनोज मंडावी को हराया था. नेताम की आदिवासी संगठनों में अच्छी पैठ है. बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व ने नेताम समेत पांच लोगों का नाम केंद्रीय समिति को भेजा था.कांग्रेस विधायक मनोज सिंह मंडावी के निधन की वजह से भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. मंडावी का 16 अक्टूबर को आकस्मिक निधन हो गया था. मंडावी आदिवासी समाज के कद्ददावर नेता थे. वे भानुप्रतापपुर से 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे. उन्हें 2008 के चुनाव में बीजेपी के ब्रह्मानंद नेताम हराया था.
वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो इस विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में 14 दावेदारों के नाम सामने आए हैं. नाम फाइनल करने के लिए हाईकमान को अधिकृत किया गया है. आखिरी में कांग्रेस प्रत्याशी के नाम पर मुहर हाईकमान ही लगाएगा. लेकिन प्रत्याशियों के नाम फाइनल होने से पहले दोनों ही पार्टी के नेता अपनी अपनी ताकत झोंकने के लिए लगातार भानूप्रतापपुर विधानसभा का दौरा करने में जुट गए हैं.
प्रशासन की तैयारी
आचार संहिता लागू होने की वजह से सभी होर्डिंग्स को हटा लिया गया है. इसके साथ ही इलाके में धारा 144 भी लागू कर दी गई है. जिला निर्वाचन अधिकारी और कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला का कहना है कि भानुप्रतापपुर विधानसभा में धारा 144 लागू होने के साथ ही मतदान को संपन्न कराने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. यहां 5 दिसंबर को मतदान होना है. नतीजा 8 दिसंबर को आएगा. भानुप्रतापपुर में नामांकन 10 नवंबर से ही शुरू हो गई है.