एडिलेड ओवल – बस दो मैच की बात है, फिर फैसला हो जाएगा कि टी20 विश्व कप 2022 का चैंपियन कौन होगा?
दावेदार तीन हैं- पाकिस्तान, भारत और इंग्लैंड. इनमें भी एक टीम गुरुवार 10 नवंबर को बाहर हो जाएगी और फिर रह जाएंगी सिर्फ दो टीमें, जिनमें से एक तो पाकिस्तान है. इन तीनों में चैंपियन कोई भी बने, फाइनल में पाकिस्तान से सामना किसी भी टीम का हो, लेकिन दो बातें इस बार तय हैं, जिनका फैसला हो चुका है. जिन्हें कोई नहीं बदल सकता और जिसके लिए कोई अनुमान लगाने की जरूरत अब नहीं है.
मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के सुपर-12 में बाहर होने के साथ इतना तय हो गया था कि खिताब का बचाव करने में विफल रहने की परंपरा इस विश्व कप में भी जारी रहेगी. इसके बाद सेमीफाइनल की चार टीमों में सिर्फ न्यूजीलैंड ऐसी टीम थी, जो इस विश्व कप में कुछ नया कर सकती थी. बुधवार 9 नवंबर को पाकिस्तान के खिलाफ पहले सेमीफाइनल में उसकी हार के साथ ये उम्मीद भी खत्म हो गई.
वेस्टइंडीज की बराबरी तय
इसके साथ ही ये तय हो गया कि टी20 विश्व कप के इतिहास की सबसे सफल टीम होने का तमगा अकेले वेस्टइंडीज के पास नहीं रह जाएगा. जी हां, भारत, पाकिस्तान या इंग्लैंड में जो भी टीम इस बार विश्व कप जीतेगी, वह दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी. अभी तक हुए 7 विश्व कप में सिर्फ वेस्टइंडीज ने 2 बार खिताब जीता है. अब इन तीनों टीमों के पास इसकी बराबरी का मौका है.
भारत ने 2007 में पहला ही टी20 विश्व कप जीता था. फिर 2009 में दूसरे विश्व कप में पाकिस्तान ने खिताब जीता था. संयोग से 2010 में तीसरे विश्व कप का खिताब इंग्लैंड की झोली में आया था.
तीसरी बार फाइनल में मौका
यानी पहले तीन विश्व कप की विजेताओं में से ही कोई एक दूसरी बार खिताब जीतेगा. सिर्फ इतना ही नहीं, सबसे ज्यादा बार विश्व कप का फाइनल खेलने वाली टीम श्रीलंका की बराबरी भी इस बार होे जा रही है. पाकिस्तान ने फाइनल में पहुंचकर श्रीलंका के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. पाकिस्ता ने 2007 और 2009 में भी फाइनल खेला था. वहीं भारत (2007, 2014) और इंग्लैंड (2010, 2016) भी इससे पहले दो-दो बार फाइनल खेल चुके हैं. यानी इतना तय है कि खिताब कोई भी जीते, इन दो बातों का होना पक्का है.