नई दिल्ली – समाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक मुलायम सिंह यादव की किडनी फेल हो गई हैं और उन्हें अब कन्टिन्यूअस रीनल रिप्लेसमेंट थेरेपी थेरेपी पर रखा गया है।
उनके शरीर में क्रिएटनिन लेवल बार-बार अनियंत्रित हो रहा है, ऐसे में सामान्य डायलिसिस के बजाए उन्हें एडवांस CRRT थेरेपी सपोर्ट पर रखा गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह थेरेपी किडनी खराब होने पर सामान्य डायलिसिस के इलाज से बेहतर है।
डॉक्टर्स ने बताया कि मरीज के शॉक में होने पर डायलिसिस के बजाय CRRT मशीन का इस्तेमाल बेहतर रहता है, जो काफी एडवांस टेक्नॉलजी है। कन्टिन्यूअस रीनल रिप्लेसमेंट थेरेपी (CRRT) मशीन आईसीयू में मरीज को लगा दी जाती है। दरअसल नॉर्मल डायलिसिस मशीन एक मिनट में 500 एमएल ब्लड लेती है, वहीं CRRT मशीन से ब्लड की खपत कम होती है, इसका एक बड़ा फायदा यह है कि सामान्य डायलिसिस 2 से 4 घण्टे में होती है, जबकि CCRT लगातार चलती रहती है, इससे शरीर में क्रिएटनिन का लेवल मेनटेन करने में ज्यादा मदद मिलती है, साथ ही किडनी के रिकवरी के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं।
मुलायम सिंह यादव की सेहत में सुधार लाने के लिए एम्स दिल्ली और लखनऊ के डॉक्टरों से भी सलाह ली जा रही है। मंगलवार को मेदांता आकर लखनऊ और दिल्ली के एक्सपर्ट ने सलाह दी, दरअसल, इन चिकित्सकों से पहले भी मुलायम सिंह यादव का इलाज चलता रहा है। पूर्व रक्षा मंत्री की हालत अब भी चिंताजनक बनी हुई है और उन्हें सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में दाखिल किया गया है, सपा द्वारा ट्वीट किए गए इस बुलेटिन के मुताबिक विशेषज्ञों की एक टीम यादव की स्थिति पर लगातार निगरानी रख रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, तेलंगाना के सीएम केसीआर ने भी अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत कर मुलायम सिंह यादव की सेहत की जानकारी ली थी।