गरियाबंद– राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के ग्राम सुराज सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए आज उनकी जयंती पर जिले में चयनित 10 गोठानो में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीज पार्क (रीपा) की स्थापना के लिए शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न गौठानों में ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाने के उद्देश्य से रीपा का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा की आज उनकी जन्म जयंती पर जिले में 10 ग्रामीण औद्योगिक पार्क यानी रीपा की शुरुआत की जा रही है ।उन्होंने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा आगे बढ़ना है और खुशहाल बनना है तो हमें गांव से फिर से शुरुआत करनी होगी। गांव स्वराज्य के सपने को साकार करने गाँव तक जाना पड़ेगा। यह रीपा कार्यक्रम महात्मा गांधी के सोच को वास्तव में ताक़त देने का कार्यक्रम है। किसी भी योजना की वास्तविकता धरातल में लाना है तो उसका सही तरह से क्रियान्वयन होना ज़रूरी रहता है। कलेक्टर से सुझाव साझा करते हुए कहा कि रीपा के लिए ऐसा सिस्टम बनाएं, जिससे लगातार उसका मॉनिटरिंग होता रहे और फ़ीडबैक भी मिलता रहे।
इस मौके पर अतिथियों द्वारा फीता काटकर 10 ग्रामीण आद्योगिक केंद्रों का शिलान्यास किया गया ।इस अवसर पर श्रीमती स्मृति ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष,श्रीमती धनमती यादव, सभापति जिला पंचायत,कलेक्टर श्री प्रभात मलिक,जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रोक्तिमा यादव एवं महिला समूह की सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर महात्मा गांधी जी के प्रतिमा पर विधायक एवं अतिथियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड के दो दो गोठनो का चयन किया गया है। जिनमे छुरा विकासखंड के ग्राम रानिपरतेवा,सांकरा, फिंगेश्वर के भेण्ड्री (लोहरसी)श्यामनगर, गरियाबंद के फुलकर्रा,तरियावाहरा,मैनपुर के अमलीपदर, भाठी गढ़, देवभोग के कदलीमुडा व देवभोग (फूड पार्क) में औद्योगिक पार्क स्थापित किया जाएगा।
जिले में प्रस्तावित गतिविधियां
इन ग्रामीण औद्योगिक पार्क में पोहा प्रसंस्करण इकाई, स्नेक्सचिप्स पैकेजिंग इकाई, आटा मिल,लघु वन उत्पाद संग्रह और प्रसंस्करण इकाई,वटन मशरूम उत्पादन और प्रसंस्करण इकाई
हथकरघा सिलाई और फैशन डिजाइनिंग यूनिट,फ्लाई ऐश ब्रिक्स और पेवर ब्लॉक यूनिट
,बोरा (वर्मी वैग बनाने की मशीन),सेटेलाइट हेचरी
,मवेशी चारा निर्माण इकाई,आटा मिल, पापड़ बिजोरी आचार और मसाला विनिर्माण इकाई,पापड़ विजोरी, आचार और मसाला विनिर्माण इकाई,मक्का प्रसंस्करण इकाई,इमली प्रसंस्करण इकाई,मक्का प्रसंस्करण इकाई,मशरूम उत्पादन इकाई,साबुन, डिटर्जेंट और फिनॉयल निर्माण,लाख प्रसंस्करण इकाई,लेयर फार्मिग,दाल मिल व मसाला इकाई स्थापित किये जायेंगे।
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क (रीपा) योजना क्या है
छत्तीसगढ़ की सुराजी गांव योजना के तहत ग्रामीण उद्योग एवं उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर गांवों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने संकल्पना की गई है। गौठानों को आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित करने ‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क (रीपा) अर्थात ग्रामीण आजीविका पार्क योजना प्रारंभ किया जा रहा है।योजना के तहत गौठानों को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए स्थानीय, शासकीय एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ग्रामीण उत्पादन एवं सेवा केन्द्र के रूप विकसित किया जाएगा ।
रीपा योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाना है ।योजनांतर्गत प्रथम चरण में, प्रत्येक विकासखंड में 02 गौठानों का रीपा स्थापना हेतु चयन किया जावेगा। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक रीपा में लिए जाने वाली गतिविधियों का नियोजन कर रीपा में सार्वजनिक सुविधाओं हेतु समेकित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डी.पी.आर) तथा ब्लूप्रिंट तैयार कर प्रत्येक उद्यम हेतु पृथक-पृथक बिजनेस प्लान के आधार पर कार्य किया जावेगा । गौठानों में स्थानीय आवश्यकता और बाजार की संभावनाओं के आधार पर निर्धारित समय-सारणी अनुसार विविध उद्यम स्थापित किये जाएंगे ।
ग्रामीण आजीविका पार्क (रीपा) में ग्रामीणों के आजीविका संवर्द्धन हेतु शासन की ओर से मूलभूत सुविधाएं आधारभूत संरचना जैसे आंतरिक सड़क, विद्युत, जल एवं नाली व्यवस्था, वर्कशेड, भंडारण व्यवस्था, प्रशिक्षण, शिशु गृह (क्रेश). शौचालय, मार्केटिंग सपोर्ट, तकनीकी मार्गदर्शन इत्यादि उपलब्ध कराये जाएंगे ।