Home देश आप चुप रहेंगे तो उप राष्ट्रपति बना देंगे… राज्यपाल सत्यपाल मलिक का...

आप चुप रहेंगे तो उप राष्ट्रपति बना देंगे… राज्यपाल सत्यपाल मलिक का केंद्र पर बड़ा तंज

56
0
गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी “भारत जोड़ों यात्रा” देश के लिए कुछ बेहतर प्रदर्शन करेगी.

राजस्थान – झुंझनू जिले में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार के खिलाफ कई बार आवाज बुलंद की है.जहां कई मौकों पर उन्होंने सरकार को आईना दिखाने का काम किया है. इस दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि दिल्ली में राजपथ का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी.लेकिन मैं पीएम मोदी का समर्थक हूं. मुझे भी उपराष्ट्रपति बनने का इशारा मिला था. ऐसे में कई डिज़रविंग कैंडिडेट थे, मुझे भी पहले से इशारे थे कि आप बोलोगे नहीं तो आपको बना देंगे. लेकिन मैंने कहा था कि मैं ये नहीं कर पाऊंगा.

दरअसल, बीते दिन गवर्नर मलिक ने कहा था कि राजपथ का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी. चूंकि, ये नाम कोई अंग्रेजों का दिया हुआ नहीं था. इस दौरान पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह हर तीसरे दिन उद्घाटन करते हैं. ऐसे में आज कुछ नहीं रहा होगा तो राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ करके उसका उद्घाटन कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी “भारत जोड़ों यात्रा” देश के लिए कुछ प्रदर्शन करेगी.

राजपथ का नाम बदलने की नहीं थी जरूरत

वहीं, सत्यपाल मलिक ने न ही सिर्फ राहुल गांधी की तारीफ की बल्कि पीएम मोदी पर निशाना भी साधा. इस दौरान उन्होंने कहा कि राजपथ के कर्तव्य पथ किए जाने को लेकर व्यंग कसा है. जहां पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हर तीसरे दिन कोई न कोई शिलान्यास करते रहते हैं, ऐसे में कुछ नहीं हुआ तो उन्होंने राजपथ का नाम ही बदल दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मैं प्रधानमंत्री से लड़ा तो यही वजह है कि मेरे पास कुछ नहीं है.

किसानों और फौज को बर्बाद कर नहीं टिकी कोई सरकार

बीते दिनों सत्यपाल मलिक ने कहा था कि किसानों और सेना के जवानों को बर्बाद करके कोई सरकार नहीं टिकी है. हालांकि, अब देश में फौज को बर्बाद करने के लिए अग्निवीर योजना को लेकर आए हैं. हालांकि, इससे कोई नतीजा नहीं निकलेगा. इस दौरान उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया कि जब उन्होंने बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की पहल को तो उन्हें जम्मू कश्मीर भेज दिया गया. साथ ही कहा कि देश में जिस दिन किसानों की लड़ाई शुरू हुई, उस दिन से इस्तीफा मेरी जेब में ही रहता है.अगर पीएम बोले तो तत्काल राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दूंगा.