कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में उमड़े जन-सैलाब से बीजेपी घबरा गई है। कांग्रेस ने यह पलटवार बीजेपी की तरफ से राहुल गांधी की टी-शर्ट को मुद्दा बनाए जाने पर दिया है। दरअसल, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल ने सफेद रंग की जो टी-शर्ट पहनी, वो बेहद महंगे ‘बर्बरी’ ब्रांड की है, जिसकी कीमत हजारों में है। बीजेपी के इस आरोप के चलते राहुल की सफेद टी-शर्ट वाली तस्वीर देखते ही देखते वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर इस मामले को तूल पकड़ता देख कांग्रेस भी पलटवार की मुद्रा में आ गई।
रायपुर – राहुल गांधी पर बीजेपी की ‘टी-शर्ट’ वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा, कांग्रेस देश को एकजुट करने में लगी हुई है। जबकि सत्तारूढ़ दल अभी भी टी-शर्ट और खाकी शॉर्ट्स में फंसा हुआ है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक की सबसे बड़ी भारत जोड़ी यात्रा के खिलाफ केंद्र के पास केवल एक ‘टी-शर्ट’ है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में जब एक पार्टी देश को एकजुट कर रही है, तो विभाजन करने वाली पार्टी अभी भी टी-शर्ट में लटकी हुई है।
बता दें कि तीसरे दिन जैसे ही कांग्रेस की ‘भारत जोड़ी यात्रा’ पहुंची। राहुल गांधी की टी-शर्ट को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आमना-सामना हो गया। बीजेपी ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए दावा किया, ‘भारत जोड़ी यात्रा’ के दौरान महंगाई का मुद्दा उठाते रहे राहुल गांधी ने शुक्रवार को 41,257 रुपये की टी-शर्ट पहन रखी थी। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र की सत्ताधारी पार्टी भारत जोड़ी यात्रा को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया से डरी हुई है।
कांग्रेस ने ट्विटर पर कहा, अरे…डरे हुए हैं? भारत जोड़ी यात्रा में उमड़ी भीड़ को देखकर। मुद्दे की बात कीजिए। बेरोजगारी और महंगाई पर बोलिए। अगर कपड़ों की बात करनी है तो मोदी जी का 10 लाख का सूट और 1.5 लाख के चश्मे पर चर्चा होनी चाहिए। क्या बीजेपी इस पर चर्चा करना चाहती है? इस बीच, कांग्रेस ने शुक्रवार को तमिलनाडु में कन्याकुमारी जिले के नागरकोइल शहर में पार्टी सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ी यात्रा’ के तीसरे दिन की शुरुआत की।
यात्रा का तीसरा दिन नागरकोइल के स्कॉट क्रिश्चियन कॉलेज से तमिलनाडु के अझगियामंडपम जंक्शन तक शुरू हुआ। कन्याकुमारी से कश्मीर तक का 3,500 किलोमीटर का मार्च राहुल गांधी करेंगे, जो 150 दिनों में पूरा होगा और 12 राज्यों को कवर करेगा। 11 सितंबर को केरल पहुंचने के बाद यात्रा अगले 18 दिनों के लिए राज्य से गुजरेगी, 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी। यह उत्तर की ओर बढ़ने से पहले 21 दिनों के लिए कर्नाटक में होगी।