हजारीबाग के मेरू स्थित रेहदा डैम में नहाने गये तीन बच्चों की मौत डूबने से हो गयी. परिजनों के अनुसार, पांच दोस्त एक साथ खेलने गये थे. इस क्रम में सभी रेहदा डैम में नहाने गये. एक-एक सभी डैम में नहाने उतरे, लेकिन देखते ही देखते तीन बच्चे डैम में डूब गये.
झाड़खंड – हजारीबाग जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित मेरू के रेहदा डैम में नहाने गये तीन बच्चों की मौत डूबने से हो गयी. तीनों मृतक के पिता बीएसएफ में कार्यरत हैं. सभी मेरू झारखंड चौक के मुहल्ले में रहते हैं. मृतकों में द्ववेश कुमार (16 वर्ष) पिता सुरेश राम इचाक तिलरा नावाडीह, मृतक रघु कुमार (15 वर्ष) पिता राजेश रजक बिहार बेगूसराय और अंशु राज कुमार (15 वर्ष) पिता अजय प्रसाद का नाम शामिल है.
पांच दोस्त एक साथ गये थे खेलने
परिजनों के अनुसार, करीब ढाई बजे पांच दोस्त खेलने के लिए एक साथ निकले थे. खेलते-खेलते मेरू के रेहदा डैम पहुंचे. इनमें तीन दोस्त द्ववेश, अंशु राज और रघु कुमार नहाने के लिए डैम में उतर गये. दो दोस्त तैरना नहीं जानते थे, जिसके भय से डैम के ऊपर ही रूक गये. नहाने के क्रम में तीनों बच्चे एक-एक करके गहरे पानी में डूबने लगे. काफी देर बाद पानी से बाहर नहीं निकलते देख बाहर बैठे दोनों दोस्तों ने चिलाना शुरू कर दिया. बच्चों की आवाज सुनकर खेतों में काम रहे लोग दौड़कर डैम के समीप पहुंचे.
तीनों बच्चों का निकला शव
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण एवं परिजन पहुंच गये. ग्रामीणों ने डैम में उतर कर खोजबीन शुरू कर दिया. काफी मशक्कत के बाद पहला शव दो घंटे बाद द्ववेश कुमार का निकाला गया. इसके एक घंटे के बाद दूसरा शव अंशुराज का निकाला गया. तीसरा शव नहीं मिलने पर NDRF की टीम पहुंची. NDRF की टीम ने रघु कुमार का शव करीब छह बजे निकाला गया. शव के बाहर आते ही परिजन और पुलिस सदर अस्पताल पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
एक-दूसरे को बचाने के क्रम में तीनों बच्चे पानी में डूबे
हजारीबाग के रेहदा डैम में नहाने गये तीन बच्चों की मौत की प्रत्यक्षदर्शी मृतक द्वेवेश कुमार का छोटा भाई रूपेश कुमार ने बताया कि एक-दूसरे को बचाने के लिए तीनों पानी में डूब गये. जिससे तीनों की मौत हो गयी. उसने बताया कि नहाने के दौरान पानी के बहाव में कुछ दूर बह गये. जिस जगह पर डैम का पानी गिरता है वहां का मिट्टी दलदल हो गया है. नहाने के समय एक साथी दलदल में डूबा, तो दूसरा दोस्त बचाने गया. लेकिन वह भी डूब गया. तीसरा दोस्त भी बचाने गया, वह भी पानी में डूब गया. काफी देर नहीं निकले, तो खेत में काम कर रहे लोगों को बुलाये. तब तक काफी देर हो चुकी थी.
ग्रामीण युवकों ने दिखायी साहस
डैम में नबालिग बच्चे डूबने की सूचना मिलते ही गांव के युवक काफी संख्या में डैम की ओर दौड़े. डैम में डूबे हुए बच्चे की किसी प्रकार की हलचल नहीं देखने पर सभी डैम के किनारे खड़ा होकर देख रहे थे. इसी बीच मेरू गांव के संतोष मेहता, सरोज मेहता, साबीर हुसैन, भीम पासवान और डुमर के दो युवक आपसी बातचीत कर डैम के पानी में छलांग लगाया और खोजबीन करने लगे. इन युवकों ने दो बच्चों को पानी के अंदर से खोज निकाला. पंचायत के मुखिया सीमा सिंह, पंसस दशरथ यादव, उप मुखिया मनोज, जयशंकर मिश्रा, दिलीप राम, संजय पंडित समेत कई ग्रामीणों ने बच्चे को डैम में खोजने के लिए रस्सा, झगर समेत अन्य सामग्री लेकर आये.