मामला मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत घुमरापदर के ग्राम माकरखलिया गांधीनगर का
मैनपुर – मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत घुमरापदर के आश्रित ग्राम माकरखलिया गांधीनगर जंगल के भीतर बसा है, यहा निवास करने वाले विशेष पिछडी जनजाति कमार एंव आदिवासियों ने अपने बच्चों को पढाने के लिए झोपडी बनाई है, और इसे बनाने के लिए यहा निवास करने वाले लोगो ने आपस में चंदा किया है, और तो और यहा के ग्रामीण इस झोपडी स्कूल में कुल 32 छात्र छात्राओ को शिक्षा देने के लिए गांव में ही स्वंय चंदा एकत्र कर एक प्राईवेट शिक्षक का भी व्यवस्था किया है जो बच्चों को पढाई करवाते है और तो और ग्रामीण बच्चाें को माध्यन भोजन भी अपने खर्चे पर दे रहे है।
मैनपुर से लगभग 65 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत घुमरापदर के आश्रित ग्राम जो वंहा से तीन किलेामीटर दुर जंगल के भीतर ओडिसा सीमा से लगा हुआ है, इस ग्राम के ग्रामीणों द्वारा अपने बच्चाें को पढाने के लिए स्कूल की मांग करते थक चुके थे, लेकिन इनके मांगो के तरफ ध्यान नही देने से ग्रामीणो ने स्वंय चंदा कर एक झोपडीनुमा मकान बनाकर वहा कक्षा पहली से पांचवी तक की कक्षाए संचालित करवा रहे है
ग्राम के वरिष्ठ एंव समिति के अध्यक्ष सुकलाल सोरी ग्रामीण भजन मरकाम नारायण सोरी ने बताया कि गांव में स्कूल की मांग को लेकर गरियाबंद जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत एंव स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम से मुलाकात कर स्कूल खोलने की मांग किये थे,स्कूल के सामने ग्रामीणो ने बकायदा मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का तश्वीर भी लगाये है,
ज्ञात हो कि कुछ माह पूर्व इस गांव के ग्रामीणो ने अपने स्वंय के खर्च से गांव में भारत माता एंव देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की प्रतिमा भी लगाये है, और बकायदा कांग्रेस नेताओं से इस प्रतिमा का अनवरण करवाया था।
सरकारी रिकार्ड में नही है स्कूल
मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत घुमरापदर के आश्रित ग्राम छोटे डोगरी माकर खलिया गांधीनगर में ग्रामीणों द्वारा जो स्कूल का संचालन किया जा रहा है वह शासकीय रिकार्ड में नही है, इसके बावजूद भी ग्रामीण इस स्कूल का संचालन कर रहे है।
क्या कहते है जिला शिक्षा अधिकारी
गरियाबंद जिला शिक्षा अधिकारी करमन खटकर ने चर्चा में बताया कि ग्रामीणो के माध्यम से पता चला है कि माकरखलिया गांधीनगर में ग्रामीणों द्वारा स्कूल का संचालन किया जा रहा है, पता चलते ही सबसे पहले यहा अध्यनरत छात्र छात्राओं को गणवेंश एंव पुस्तक शिक्षा विभाग द्वारा दिया गया है, साथ ही एक शिक्षक की भी व्यवस्था किया जायेगा , उन्होने आगे कहा कि ग्रामीणो मांग पर स्कूल खोलने के लिए शासन स्तर पर कार्यवाही किया जायेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद