इस मुलाकात के दौरान उन्होंने उनके साथ सूरत में जल प्रबंधन के सतत दृष्टिकोण पर चर्चा हुई है। यहां ओविइंक ने पीएम मोदी का भी जिक्र किया और जल जैसे गंभीर विषय पर भारत के लचीले रुख की प्रशंसा की है।
नई दिल्ली – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर में आयोजित वर्ल्ड सिटी समिट में जाने की इजाजत नहीं मिली। लेकिन गुजरात के सूरत की एक मेयर इस समिट में शामिल होने गई थीं। इस समिट में हिस्सा लेने वाली मेयर हेमाली बोघावाला ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस समिट की कई तस्वीरें शेयर की हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस समिट में जाने के बाद उन्होंने वहां क्या-क्या किया है।
मेयर हेमाली बोघावाला ने उन्हें आमंत्रण देने के लिए समिट के आयोजकों का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि यह गुड बाय नहीं है बल्कि एक नए सफर की शुरुआत है। उन्होंने बताया है कि वहां जाकर उन्होंने दुनिया के सामने अपने शहर सूरत को प्रजेंट किया। मेयर ने यहां सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा याकूब से भी अपनी मुलाकात का जिक्र किया और कहा कि यह काफी सम्मान की बात है।
एक तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि वहां उनकी मुलाकात अंतरराष्ट्रीय जल मामलों के विशेष दूत हेंक ओविइंक से मुलाकात हुई। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने उनके साथ सूरत में जल प्रबंधन के सतत दृष्टिकोण पर चर्चा हुई है।
यहां ओविइंक ने पीएम मोदी का भी जिक्र किया और जल जैसे गंभीर विषय पर भारत के लचीले रुख की प्रशंसा की है। हेमाली बोघावाला ने बताया कि IFC वर्ल्ड बैंक ग्रुप के साथ उन्होंने सूरत में आधारभूत संरचनाओं के विकास पर चर्चा किया है। इसके अलावा उन्होंने सिंगापुर के मंत्री देसमोंड ली को मोमेंटो भी दिया।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंगापुर नहीं जा सके क्योंकि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दौरे के लिए मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। 1 अगस्त को एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अरविंद केजरीवाल सिंगापुर जाना चाहते थे।
जरूरी प्रक्रिया के तहत दिल्ली सरकार ने एलजी से इसकी मंजूरी मांगी थी, लेकिन काफी दिनों से यह फाइल लंबित थी। एलजी ऑफिस की ओर से फाइल खारिज करने को लेकर कहा गया है सिंगापुर का सम्मेलन मेयर्स का है उसमें मुख्यमंत्री के जाने का कोई औचित्य नहीं।