संजय राउत ने कहा कि शिवसेना छोड़ने का उनके ऊपर पहले से दबाव बना जा रहा है और इसलिए ईडी का उपयोग किया जा रहा है लेकिन वह शिवसेना छोड़ेंगे नहीं लड़ते रहेंगे.
नई दिल्ली – रविवार को सुबह करीब 7:00 बजे ED के 10 से 12 अधिकारियों की टीम संजय राउत के भांडुप स्थित मैत्री बंगले पर पहुंची. जिस समय ईडी की टीम पहुंची संजय राउत और उनका परिवार सो रहा था. ईडी के अधिकारी पहुंचते ही उनके परिवार को इस बात की जानकारी दी गई कि ईडी के अधिकारी पहुंचे हैं और उन्हें सर्च करना है साथ ही संजय राऊत उनके परिवार से पूछताछ करनी है . सुबह-सुबह का वक्त था संजय राउत किसी को फोन कर पाते कि उसके पहले ईडी के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी. हालांकि जांच एक घंटा पूरा होने के बाद संजय राउत के कई ट्वीट एक साथ सामने आए.
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना छोड़ने का उनके ऊपर पहले से दबाव बना जा रहा है और इसलिए ईडी का उपयोग किया जा रहा है लेकिन वह शिवसेना छोड़ेंगे नहीं लड़ते रहेंगे. महाराष्ट्र हमेशा लड़ते आया है और आगे भी लड़ते रहेगा. शिव सेना जिंदाबाद. आगे जांच बढ़ते ही संजय राउत का एक ट्वीट और सामने आया और उसमें उन्होंने कहा कि “पत्राचाल घोटाले के मामले में उन्होंने कुछ नहीं किया है बाला साहब ठाकरे की कसम उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है. बाला साहब ठाकरे ने कभी ऐसी शिक्षा नहीं दी है. शिवसेना जिंदाबाद हम आगे लड़ते रहेंगे.”
संजय राउत के घर ईडी की कार्रवाई पर बीजेपी नेता ईडी के समर्थन में आकर संजय राउत के ऊपर निशाना साधने लगे. भाजाप नेता किरीट सोमैया ने कहा कि संजय राउत ने जो गलत किया है उसका हिसाब देना पड़ेगा. वहीं बीजेपी के दूसरे नेता और विधायक राम कदम ने कहा कि अगर संजय राउत ने गलत नहीं किया है तो उन्हें डर कैसा आखिर वह ईडी की कार्रवाई से डर क्यों रहे हैं. भाजपा नेताओं के आक्रामक होते देख विपक्ष ने भी भाजपा और ईडी पर हमला बोल दिया. शिवसेना नेता और प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि जिस समय संजय राउत सो रहे थे, उस समय ईडी के लोगो का पहुंचकर कार्रवाई करना राजनीति से प्रेरित है. रविवार को 12 लोगों की टीम उनके घर पर आई और उनसे पूछताछ कर रही है. इसका सीधा मतलब यह है कि जहां बीजेपी नहीं पहुंच सकती है वहां पर ईडी को आगे करती है और ईडी बीजेपी का एक हथियार हो गई है लेकिन शिवसेना झुकेगी नहीं, डरेगी नहीं, लड़ती रहेगी.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने ईडी की कार्रवाई पर कहा कि विरोधियों की आवाज बंद करने के लिए ईडी की कार्रवाई की जा रही है. संजय राउत के घर ईडी की कार्रवाई से बीजेपी विरोधियों को डराना चाहती है. जहां पर भी बीजेपी के खिलाफ विपक्ष सख्त है और मजबूती से गलत नीतियों का विरोध कर रहा है. वहां पर बीजेपी जांच एजेंसियों का उपयोग कर रही है. संजय राउत के ऊपर ईडी की कार्रवाई और उनके घर रेड के बाद कांग्रेस प्रदेश महासचिव सचिन सावंत ने ट्वीट कर कहा कि ईडी विरोधियों की आवाज दबाने का एक हथियार बन गई है विपक्ष जब बीजेपी का विरोध करता है तो उसे ईडी के जरिए दबाया जाता है लेकिन सभी विपक्ष संजय राउत के साथ खड़ा है. पत्राचाल गोरेगांव में है, इसमें 1200 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगा हुआ है. इसकी जांच इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी ईडी कर रही है.
इस मामले में संजय राउत के एक सहयोगी प्रवीण रावत को ईडी ने पहले ही गिरफ्तार किया हुआ है साथ ही सुजीत पाटकर से भी पूछताछ चल रही है . संजय राऊत को दो बार ई डी का नोटिस मिल गया लेकिन दोनों बार ही संजय राऊत ईडी के सामने पेश नहीं हुए और उन्होंने अलग-अलग तर्क रखते हुए आगे की डेट मांगी जिसके बाद रविवार की सुबह करीब 7:00 बजे ईडी के अधिकारी संजय राऊत के घर पर पहुंचे और उनके घर की तलाशी लेने के साथ ही उनसे भी पूछताछ शुरू की है.