छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल 7 और 8 अगस्त को शिमला दौरे पर आएंगे।
शिमला – विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस आक्रामक तरीके से प्रचार करेगी। यह रणनीति नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ मंथन के बाद तैयार की गई। प्रदेश कांग्रेस नेताओं की बैठक रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में हुई। इसमें निर्णय किया गया कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तर्ज पर हिमाचल में भी पुरानी पेंशन बहाली को प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा।
वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल 7 और 8 अगस्त को शिमला दौरे पर आएंगे। दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में सुबह 11.30 बजे शुरू हुई बैठक शाम को 4.30 बजे तक चली। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई।
फैसला लिया गया कि कांग्रेस प्रदेश में हुए भर्ती घोटालों को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे भी जनता के बीच ले जाने पर सहमति बनी। इसके अलावा बागवानों-किसानों, युवाओं और महिला वर्ग से जुड़े मुद्दे भी कांग्रेस हथियार के रूप में इस्तेमाल करेगी।
बैठक में कांग्रेस नेता सचिन पायलट, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली, संजय दत्त, तजेंद्र पाल बिट्टू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, सुधीर शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा, विनय कुमार, पवन काजल, गोकुल बुटेल और अमित पाल सिंह सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
26 जुलाई को शांतिपूर्ण ‘सत्याग्रह’ करेगी कांग्रेस
इस बीच खबर है कि कांग्रेस पार्टी ने सभी राज्य इकाइयों से 26 जुलाई को शांतिपूर्ण ‘सत्याग्रह’ आयोजित करने को कहा है, जब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ED के सामने पेश होंगी। सभी सांसदों, AICC महासचिव और CWC सदस्यों को दिल्ली में होने वाले सत्याग्रह में भाग लेने के लिए कहा गया है।