मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट को लेकर सियासी संग्राम जारी है। सीएम और राज्यपाल एक दूसरे को पत्र लिखकर जवाब दे रहे हैं। बागी विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। फिलहाल सरकार अल्पमत में नजर आ रही है।
इस पूरी राजनीति की धुरी दिग्विजय सिंह पर आकर टिक जाती है। दिग्विजय सिंह यूं तो गाहे बगाहे सिंधिया और उनके समर्थकों पर बयानबाजी करते रहते हैं। पर उनके कांग्रेस में लौटने पर भी भरोसा भी जताते हैं। वहीं अब दिग्विजय सिंह के मंत्री पुत्र ने भी सरकार के बहुमत में होने का दावा किया है। मंत्री जयवर्धन सिंह ने अपने बयान में कहा है कि सरकार बहुमत सिद्ध कर सकती है। हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। हमारे 16 विधायक अभी भी बंधक बने हुए हैं। हम उन्हें सुरक्षा देने के लिए तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने से उनके समर्थन में एक 22 विधायकों ने विधानासभा से इस्तीफा दे दिया। वहीं 22 इस्तीफों के बाद कांग्रेस की संख्या 114 से 92 हो गई है। अब तक सपा-बसपा और निर्दलीयों की मदद से कांग्रेस के पास 99 विधायकों का समर्थन हासिल है। जबकि बीजेपी के पास 107 विधायकों का आंकड़ा है। ऐसे में अब देखना बेहद दिलचस्प होगा कि प्रदेश में कमलनाथ सरकार रहेगी या फिर बीजेपी सत्ता में वापसी करेगी।