छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित अंतागढ़ टेपकांड के मुख्य गवाहों में से एक फिरोज सिद्दीकी ने बुधवार को एक बड़ा खुलासा किया है. अंतागढ़ टेपकांड मामले में सरकारी गवाह फिरोज सिद्दीकी जांच एजेंसी एसआईटी के सामने बुधवार को पेश हुए. एसआईटी के समक्ष फिरोज सिद्दीकी ने भी अपना वॉइस सैंपल दे दिया है. साथ ही फिरोज सिद्दीकी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बातचीत का ऑडियो भी एसआईटी को सौंपा है, जिसमें मंतूराम पवार और डॉ. रमन सिंह के बीच बातचीत है. बताया जा रहा है कि इस ऑडियो टेप में रमन सिंह ने मंतूराम पवार को चिंता किए बिना बैठने के लिए कहा है और बाकी खुद देख लेने की बात कही है.
रमन सिंह पर लगाया आरोप
फिरोज सिद्दीकी ने अंतागढ़ टेपकांड मामले में फंस डॉ. रमन सिंह पर एक बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि रमन सिंह ने ही फोन पर मंतूराम पवार को उपचुनाव में नाम वापस लेने के लिए आश्वस्त किया था. इस ऑडियो रिकॉर्डिंग को सिद्दीकी ने एसआईटी को सौंप दिया है. उन्होंने कहा कि फोन पर डॉ. पुनीत गुप्ता से हुई थी बात. फिर पुनीत गुप्ता ने रमन सिंह से बात कराई थी.
मंतूराम पवार ने दिया था वॉइस सैंपल गौरतलब हो कि मंगलवार को मंतूराम पवार ने एसआईटी को अपना वॉइस सैंपल दिया था. इसके बाद अब बुधवार को फिरोज सिद्दीकी ने भी एसआईटी को अपना वॉइस सैंपल सौंप दिया है. बता दें कि इस मामले में बाकी के आरोपियों में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी , पूर्व विधायक अमित जोगी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता ने वॉइस सैंपल देने से इनकार कर दिया है.
क्या है अंतागढ़ मामला:
साल 2014 में अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था. वहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था. भाजपा से भोजराम नाग खड़े हुए थे. नाम वापसी के अंतिम वक्त पर मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. इससे भाजपा (BJP) को एक तरह का वाकओवर मिल गया था. बाद में फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था. आरोप लगे थे कि तब कांग्रेस में रहे पूर्व सीएम अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी ने मंतू की नाम वापसी कराई. टेपकांड में कथित रूप से अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के बीच हुई बातचीत बताई गई थी.