राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव के रंगकर्मी और संगीतकार सूरज तिवारी (30) का शनिवार को निधन हो गया। सूरज की इच्छा के अनुसार अंतिम यात्रा गीत और संगीत के साथ निकाली गई। घर से शव यात्रा निकलने से पहले लोक कलाकार मां पूनम तिवारी ने बेटे की अर्थी के सामने जीवन की सच्चाई पर आधारित लोकगीत ‘चोला माटी के हे राम, एखर का भरोसा’ गाकर अंतिम विदाई दी।
दाउ मंदराजी अलंकरण से सम्मानित कलाकार मां पूनम मंचों पर यह गीत कई बार गा चुकी हैं, लेकिन उन्होंने जब बेटे के शव के सामने यह लोकगीत गाया तो वहां मौजूद सारे लोग फफक पड़े। कला जगत से जुड़े सूरज के साथियों ने तबला, हारमोनियम में संगत देते हुए श्रद्धांजलि दी। रंगछत्तीसा के संचालक, रंगकर्मी व संगीतकार सूरज हदय रोग से पीड़ित थे। 26 अक्टूबर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।