मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) और वन मंत्री उमंग सिंघार (Forest Minister Umang Singhar) के बीच बढ़ते विवाद को देखकर सीएम कमलनाथ (CM Kamal Nath) एक्टिव हो गए. सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को वन मंत्री उमंग सिंघार को तलब किया. मंत्री सिंघार शाम करीब सवा सात बजे सीएम हाउस (CM House) पहुंचे और करीब 1 घंटे तक वहां रहे. हालांकि सीएम कमलनाथ से मुलाकात के बाद उमंग सिंघार ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की और सीधे सीएम हाउस से रवाना हो गए.
सूत्रों की मानें तो सीएम कमलनाथ ने उमंग सिंघार को ऐसी किसी भी बयानबाजी से बचने के लिए कहा है, जिससे सरकार की छवि खराब होती हो. जबकि वन मंत्री उमंग सिंहार के अलावा सीएम कमलनाथ ने मंगलवार शाम पार्टी के कई और बड़े नेताओं से भी मुलाकात की, जिसमें कैबिनेट मंत्री कमलेश्वर पटेल, हर्ष यादव, जीतू पटवारी और कांग्रेस प्रदेश मीडिया प्रभारी शोभा ओझा शामिल थीं.
बता दें, इससे पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को लेकर वन मंत्री सिंघार के बयानों का दौर तीसरे दिन भी जारी रहा. मंगलवार सुबह उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह को ब्लैकमेलर तक करार दे दिया. उनके बयान से भोपाल से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस में हड़कंप है, तो बीजेपी सरकार को घेरने में जुटी है.
>>7 बजकर 15 मिनट पर उमंग सिंघार सीएम हाउस पहुंचे.
>>8 बजकर 20 मिनट पर उमंग सिंघार सीएम हाउस से रवाना हुए. >>उमंग सिंघार ने मीडिया से बात नहीं की.
किसने क्या कहा?
दिग्विजय और सिंघार के बीच चल रही ‘तनातनी’ को लेकर कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने कहा कि ये घर की बात है, पार्टी में सब कुछ ठीक है. ये जो पूरा विवाद है, उस पर सीएम कमलनाथ चर्चा कर रहे हैं. ये मसला जल्द सुलझ जाएगा.
जबकि कैबिनेट मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि पत्र लिखना और जवाब देना दोनों नेताओं का अधिकार है. दिग्विजय सिंह सीनियर नेता हैं उन पर किसी तरह की टिप्पणी करना ठीक बात नहीं है बल्कि उमंग सिंघार के बयान पर मैं और कुछ ज्यादा नहीं कह सकता.