कृषि विभाग ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। विभाग आत्मा योजना के तहत पशुपालन को भी बढ़ावा दे रहा है। कृषि विभाग किसानों को जो निशुल्क पौधे बांटता था, अब पौधे उन्हीं किसानों को दिए जाएंगे जिनके घर में गाय होगी। विभाग की मानें तो गांवों में भी अब कम लोग पशुपालन करते हैं। इस कारण भी प्राकृतिक खेती में कमी आई है। ऐसे में धीरे-धीरे विभाग बीज भी उन्हीं किसानों को देगा, जिनके घर में गाय होगी। शिमला के 11 ब्लॉकों में पौध वितरण शिविर जल्द लगाया जाएगा। कृषि विभाग उद्यान विभाग से पौधे लेकर किसानों को बांटेगा।
कृषि विभाग की मानें तो देसी गाय का गोबर और गोंत्र हर प्रकार की खेती के लिए फायदेमंद होता है। गाय का गोंत्र मनुष्य के शरीर की सारी बीमारियों के लिए भी कारगर है। पशुपालन और आवारा पशुओं की समस्या से निपटने को भी विभाग यह कदम उठा रहा है।
मशोबरा से शुरू की जाएगी योजना
मशोबरा में कृषि विभाग पहला शिविर लगाएगा। मशोबरा ब्लॉक में जिन लोगों के घर में गाय होगी, उनकी जानकारी लेकर विभाग पौधे बांटने का कार्य शुरू करेगा। इसके अलावा विभाग उन्हें प्राकृतिक खेती के तरीके भी बताएगा। जो पौधे किसानों को दिए जाएंगे, उन्हें लगाने की जानकारी भी दी जाएगी।
आत्मा परियोजना के निदेशक आरएस कंवर ने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विभाग की ओर से दिशा-निर्देश मिले है कि जिस किसान के घर में देसी गाय होगी, उन किसानों को ही विभाग की ओर से निशुल्क पौधे वितरित किए जाएंगे।