अगर आप भी अपने केबल और डीटीएच के ज्यादा बिल से परेशान हैं तो हो सकता है कि जल्दी ही इसका बिल काफी कम हो जाए. DTH और केबल की सेवाएं महंगी होने की शिकायतों के बाद TRAI ने ब्रॉडकास्टिंग और केबल इंडस्ट्री के टैरिफ की दोबारा समीक्षा करने का फैसला किया है.
इसके लिए ट्राई ने नया कन्सल्टेशन पेपर जारी किया है ताकि ब्रॉडकास्टिंग और टैरिफ संबंधी परेशानियों का कोई हल निकाला जा सके. बता दें कि ट्राई ने मार्च 2017 में नया रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क तैयार किया था, जो 29 दिसंबर 2018 से लागू हुआ. इसका विश्लेषण करने पर पता चला कि नए नियमों के बाद चैनल की कीमतों में पारदर्शिता आई और स्टेकहोल्डर्स के बीच मौजूद विवाद को कम किया जा सका. बावजूद इसके कंज्यूमर्स को टीवी चैनल चुनने के पर्याप्त आजादी नहीं मिली. अथॉरिटी ने कहा कि ऐसा पाया गया है कि किसी बुके पर 70 फीसदी तक का भी डिस्काउंट दिया जाता है जिसकी वजह से ग्राहक अपने पसंद का चैनल नहीं चुन पाते हैं.
ट्राई ने शुक्रवार को कहा कि टीवी चैनल्स के बुके पर काफी डिस्काउंट होने के कारण ग्राहकों के आजादी के साथ चैनल चुनने पर रोक लग रही है. हालांकि, इसी साल ट्राई ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसमें मांग की गई थी कि टीवी चैनल के बुके पर चैनलों के अलग अलग कीमत के 85 फीसदी से कम नहीं होगा. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था.
ट्राई ने इस मौके पर स्टेकहोल्डर्स कंज्यूमर्स और कंज्यूमर्स संस्थाओं, विभिन्न फोर्स, विभिन्न क्षेत्रों के लिए एनसीएफ में बदलाव, मल्टी टीवी होम के लिए एनसीएफ, लंबे प्लान पर डिस्काउंट, सौ चैनल की लिस्ट में डीडी चैनल पर बातचीत की.