लिवर शरीर का एक अंग है, जो केवल कशेरुकी प्राणियों में पाया जाता है। इसका कार्य विभिन्न चयापचयों को detoxify करना, प्रोटीन को संश्लेषित करना, और पाचन के लिए आवश्यक जैव रासायनिक बनाना है। मनुष्यों में, यह पेट के दाहिने-ऊपरी हिस्से में डायाफ्राम के नीचे स्थित होता है, और मानव शरीर की शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है, जो पित्त का निर्माण करती है। पित्त, यकृती वाहिनी उपतंत्र तथा पित्तवाहिनी द्वारा ग्रहणी , तथा पित्ताशय में चला जाता है। पाचन क्षेत्र में अवशोषित आंत्ररस के उपापचय का यह मुख्य स्थान है। इसके निचले भाग में नाशपाती के आकार की थैली होती है जिसे पित्ताशय कहते है। यकृत द्वारा स्त्रावित पित्त रस पित्ताशय में ही संचित होता है। चयापचय में इसकी अन्य भूमिकाओं में ग्लाइकोजन भंडारण का विनियमन, लाल रक्त कोशिकाओं का अपघटन और हार्मोन का उत्पादन शामिल है। इसको हानि पहुंचाने के कारण।
स्वस्थ लिवर को बीमार कर देती है आपकी ये गलतियाँ –
ज्यादा तला हुआ भोजन करना और ज्यादा शराब पीना लिवर के लिए हानिकारक हैं। दर्द दूर करने वाली दवाओं का अधिक सेवन करने से भी लिवर को नुकसान पहुँचता है। शुगर, मोटापा और किसी दवाई के दुष्प्रभाव से फैटी लिवर हो सकता है। ज्यादा शराब और धूम्रपान लिवर को बीमार करने की बड़ी वजह है। खाने पीने में लापरवाही बरतना और फास्ट फूड ज्यादा खाने से भी लिवर में कई समस्या उत्पन्न हो सकती है।