अगर आप सस्ते में सोना खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं एक बहतरीन ऑफर के बारे में. दरअसल, सरकार की एक स्कीम के जरिए आप बाजार मूल्य से सस्ते में सोना खरीद सकते हैं.
अगर आप सस्ते में सोना खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं एक बहतरीन ऑफर के बारे में. दरअसल, सरकार की एक स्कीम के जरिए आप बाजार मूल्य से सस्ते में सोना खरीद सकते हैं. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की नई सीरीज आज यानी सोमवार से लॉन्च हो गई है. इस स्कीम में आप 9 अगस्त तक सोना खरीद सकते हैं. सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की नई सीरीज के लिए 3,499 रुपये प्रति ग्राम का मूल्य तय किया. वहीं 3 अगस्त के हिसाब से सोना के बाजार मूल्य की बात करें तो 3,674 रुपये प्रति ग्राम पर है. कहने का मतलब ये है कि सरकार की स्कीम के तहत अगर आप सोना खरीदते हैं तो 175 रुपये प्रति ग्राम सस्ता पड़ेगा. खास बात ये है कि गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर आपको ब्याज भी मिलेगा. इसके अलावा ऑनलाइन खरीदने पर सरकार 50 रुपये की छूट भी दे रही है.
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और कैसे खरीद सकते हैं आप सोना:
यहां से खरीदें सोना
इन बॉन्ड की बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, चुने गए पोस्ट ऑफिस और एनएसई एवं बीएसई के जरिए होगी.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी. इसका मकसद भौतिक रूप से सोने की मांग में कमी लाना तथा सोने की खरीद में में उपयोग होने घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है. घर में सोना खरीद कर रखने की बजाय अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करते हैं, तो आप टैक्स भी बचा सकते हैं.
वित्त मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ने आरबीआई के परामर्श से ऑनलाइन आवेदन व भुगतान करने पर निर्गम मूल्य में 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी है. ऐसे निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 3,164 रुपये प्रति ग्राम होगा.
2.5 फीसदी मिलेगा सालाना ब्याज
स्कीम के तहत इनिशियल इन्वेस्टमेंट पर 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज मिलेगा.
कैपिटल गेन टैक्स की भी हो सकती है बचत
बांड की कीमतें सोने की कीमतों में अस्थिरता पर निर्भर करती है. सोने की कीमतों में गिरावट गोल्ड बॉन्ड पर नकारात्मक रिटर्न देता है. इस अस्थिरता को कम करने के लिए सरकार लंबी अवधि वाले गोल्ड बॉन्ड जारी कर रही है. इसमें निवेश की अवधि 8 साल होती है, लेकिन आप 5 साल के बाद भी अपने पैसे निकाल सकते हैं. पांच साल के बाद पैसे निकालने पर कैपिटल गेन टैक्स भी नहीं लगाया जाता है.
मिल सकता है लोन
जरूरत पड़ने पर गोल्ड के एवज में बैंक से लोन भी लिया जा सकता है. गोल्ड बॉन्ड पेपर को लोन के लिए कोलैटरल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की तरह होता है.