छत्तीसगढ़ शासन की चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना सार्थक हो रही है। सुराजी गांव योजना के तहत 9 जनपद पंचायतों में एक-एक मॉडल गौठान पशुओं के लिए सर्व सुविधायुक्त तैयार हो गई है। 761 ग्राम पंचायतों में 15 प्रतिशत का 114 ग्राम पंचायत जिनमें से जिले में 103 गौठान का चिन्हांकन किया गया। जिनमें से 62 गौठान आदर्श गौठान में चारा-पानी, कोटना, पक्के शेड के साथ गांव के पशु इसका लाभ ले रहे है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी ने बताया कि गांव में किसानों के कृषि कार्य में मवेशियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। पशुओं की देखभाल और उन्हें संरक्षित रखने के लिए गौठान एवं चारागाह बनाया जा रहा है। साथ ही उनके खान-पान पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
गांव में जहां पशुओं बैठते है उन चारागाहों को डेकेयर के रूप से व्यवस्थित किया जा रहा है। पशुओं के बैठने और रहने के लिए पक्के शेड, घास रखने के लिए मचान बनाया गया है। साथ ही पशुओं के गोबर को एकत्र करके गोबर गैस के रूप में भी उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 9 जनपदों में एक-एक मॉडल गौठान तैयार हो गए है इनमें बरमकेला विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हिर्री में 3 एकड़ में 259 पशुओं के लिए और चारागाह 5 एकड़ में बनाया गया है। धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत ऐडुकला में 4.40 में गौठान जिसमें 583 पशुओं को लाभ मिलेगा और 6 एकड़ रकबा में चारागाह बनाया जा रहा है। इसी प्रकार घरघोड़ा विकासखण्ड के ग्राम बैहामुड़ा में 8 एकड़ के रकबा में गौठान, 259 पशुओं को लाभ मिलेगा एवं 667 रकबा में चारागाह, खरसिया विकासखण्ड के ग्राम जोबी में 6 एकड़ में गौठान जहां 853 पशुओं को लाभ मिलेगा, 5 एकड़ में चारागाह बनेगा। पुसौर विकासखण्ड के ग्राम केनसरा में 3.5 एकड़ में गौठान, 551 पशुओं को लाभ मिलेगा। 6 एकड़ के रकबा में चारागाह बनाया जा रहा है। रायगढ़ विकासखण्ड के ग्राम अड़बहाल में माडर्न गौठान बनाया जा रहा है। सारंगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत गाताडीह में 3 एकड़ में गौठान जिसमें 310 पशुओं को लाभ मिलेगा। इसी प्रकार तमनार विकासखण्ड के ग्राम-आमागांव में 3 एकड़ रकबा में गौठान जहां 510 पशुओं को लाभ मिलेगा और 6 एकड़ में चारागाह, लैलूंगा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कोड़ासिया में 6 एकड़ में गौठान, 598 पशुओं को लाभ मिलेगा और चारागाह बनाया जा रहा है।